
आँखों के लेंस या उसके कैप्सूल में किसी भी अस्पष्टता को मोतियाबिंद कहा जाता है। क्या मोतियाबिंद के ऑपरेशन का कोई मौसम होता है? कुछ लोग सोचते हैं कि सर्दी का मौसम मोतियाबिंद की सर्जरी करने का सबसे अच्छा मौसम है। जैसे आप ब्लॉग पढ़ते रहेंगे यह रहस्य खुल जाएगा। इसलिए अपने लिए थोड़ा समय निकालें और पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए पूरा ब्लॉग पढ़ें।
मोतियाबिंद कभी भी, किसी भी आयु में हो सकता है। जैसे ही मोतियाबिंद की पहचान हो जाए, वही इसकी सर्जरी करवाने का सबसे अच्छा समय है और इसके लिए किसी भी खास मौके या मौसम का इंतज़ार करने की आवश्यकता नहीं है। आप समय पर सर्जरी करवा कर अपनी आंखों पर पड़ने वाले दबाव से आंखों को बचा सकते हैं।
मोतियाबिंद का ऑपरेशन साल भर में कभी भी कराया जा सकता है। हालांकि, भारत में मौसम के हिसाब से मोतियाबिंद सर्जरी एक वास्तविकता है। मौसमी भिन्नता के लिए विभिन्न कारणों में रोगियों की भ्रांतियां, सर्जरी की लागत और सांस्कृतिक आस्थाएं शामिल हैं। अगर इन पर ध्यान दिया जाए तो सर्जरी की सुविधा हर मौसम में ज़्यादा लोगों तक पहुंचाई जा सकती हैं।


जब नेत्र का क्रिस्टलीय लेंस दूधिया तथा धुंधला हो जाता है तो इस स्थिति को मोतियाबिंद कहते हैं। मोतियाबिंद के कारण नेत्र की दृष्टि में कमी हो जाती है या पूर्ण रूप से दृष्टि चली जाती है। आंखों के लिए विटामिन-ए सबसे ज़रूरी है, विटामिन-ए की कमी के कारण दुनियाभर में कई लोगों को नेत्रहीनता का शिकार होना पड़ता है। आंखों की प्रकाश-संवेदी कोशिकाओं, जिन्हें फोटोरिसेप्टर भी कहा जाता है, को स्वस्थ बनाए रखने के लिए विटामिन-ए आवश्यक है
आमतौर पर लोग ऐसा मानते हैं कि मोतियाबिंद की सर्जरी के लिए सर्दी का मौसम सबसे बेहतर है क्योंकि सर्दी में सर्जरी के बाद का ख्याल रखना आसान रहता है, सर्दी में नमी और पसीना दोनों ही कम होते हैं, इसलिए इन्फेक्शन का डर भी नहीं रहता। लेकिन यह एक गलत धारणा है क्योंकि आपकी नज़र में सुधार सर्जरी की गुणवत्ता पर निर्भर करता है, मौसम पर नहीं।
इसके इलाज के बारे में काफी भ्रांतियां प्रचलित हैं. जैसेकि गरमी व बारिश के मौसम में आँख का ऑपरेशन नहीं कराना चाहिए, कम उम्र में ऑपरेशन नहीं करवाना चाहिए। नेत्र सर्जन बताते हैं मेडिकल साइंस इतनी तरक्की कर चुकी है कि किसी भी मौसम में मोतियाबिंद की सर्जरी करवाई जा सकती है और इससे कोई नुकसान या तकलीफ नहीं होती, न ही कोई एलर्जी होती है। यह संभव हो पाया है आधुनिक चिकित्सा पद्धति से जिसकी मदद से किसी भी मौसम में नये उपकरणों के द्वारा मोतियाबिंद की सर्जरी की जा सकती है।
सर्जरी से मोतियाबिंद को कैसे हटाया जाता है?
मोतियाबिंद की सर्जरी के दौरान, आंखों को सुन्न करने के लिए आई ड्रॉप के रूप में लोकल एनेस्थीसिया का उपयोग किया जाता है। आप प्रक्रिया के दौरान जागे रहेंगे, लेकिन आपको प्रक्रिया महसूस नहीं होगी। उसके बाद, धुंधले लेंस को हटा दिया जाता है और इसे एक कृत्रिम लेंस इम्प्लांट के साथ बदल दिया जाता है। नए लेंस से आपको साफ़ दिखाई देने लगता है और यह आपकी नज़र से संबंधित आवश्यकताओं और जीवन शैली के अनुसार सबसे उपयुक्त है।
कुछ दिनों तक इन सावधानियों को अपनाकर आप अपने जीवन को एक नई रोशनी के साथ जी सकते हैं। सर्जरी के बाद डॉक्टर द्वारा सुझाए गए दिनों में अपनी आंखों की जांच करवाएं।
तो अब आप जानते हैं कि मौसम और मोतियाबिंद सर्जरी के बीच कोई संबंध नहीं है। आप अपनी सर्जरी कभी भी और किसी भी मौसम में कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि जैसे ही आप देखें कि यह आपकी दृष्टि में हस्तक्षेप करता है, आप अपनी सर्जरी कर लें। यदि आपको किसी सहायता की आवश्यकता है, तो हम आपके हर कदम पर आपका मार्गदर्शन और सहायता करने के लिए यहां हैं। बेझिझक हमसे संपर्क करें, मोतियाबिंद के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी वेबसाइट www.hexahealth.com पर भी जा सकते हैं।
Last Updated on: 12 October 2023

MBBS, DNB General Surgery, FMAS, FIAGES, FALS Bariatric, MNAMS General Surgery
13 Years Experience
Dr Aman Priya Khanna is a highly experienced and National Board–Certified Laparoscopic, GI, and Bariatric Surgeon with over 13 years of clinical expertise.
He is widely regarded as one of the best bariatric surgeons in Ahmedabad, ...View More

BSc. Biotechnology I MDU and MSc in Medical Biochemistry (HIMSR, Jamia Hamdard)
3 Years Experience
Skilled in brand marketing and SEO-driven medical content that educates and engages patients, healthcare professionals, and the general public. With medical writing and proofreading expertise, she ensures accuracy,...View More
विशेषज्ञ डॉक्टर (10)
एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल (5)
Latest Health Articles