कमर दर्द का इलाज और घरेलु उपाय - Back Pain Treatment in Hindi
कमर दर्द एक आम समस्या है जो लोगों को परेशान करती है। यह दर्द बायं या दायं भाग में हो सकता है और कई कारणों से होता है जैसे कि अधिक बैठना, शारीरिक श्रम, वजन उतार-चढ़ाव या अन्य संबंधित समस्याएं। कमर दर्द को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इसकी निगरानी न करने से इसे बढ़ावा मिल सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम इसे ठीक करने के लिए आवश्यक उपायों का उपयोग करें।
घरेलू उपचार और कमर दर्द का रामबाण इलाज का उपयोग करके कमर दर्द से राहत प्राप्त की जा सकती है। इन उपचारों में शामिल हैं घरेलू नुस्खे, योग और व्यायाम, थर्मल थेरेपी, और सही खान-पान का ध्यान रखना। यह सभी उपाय कमर दर्द को ठीक करने में मदद करते हैं और आपको उपचार के लिए डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं होती है।
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कमर दर्द क्या है?
कमर दर्द, पीठ के निचले हिस्से में होने वाला दर्द है जो काफी कष्टदायक होता है। इसमें कमर में दर्द होने के अलावा अकड़न और खिंचाव भी महसूस होता है। कमर का यह दर्द शरीर के निचले हिस्से से लेकर ऊपरी हिस्से तक होता है।
कमर दर्द एक आम समस्या है जो कमर और पीठ की मांसपेशियों में होती है। यह दर्द अक्सर लंबे समय तक बैठे रहने, थकान या गलत बैठने के कारण होता है। इसके अलावा, कमर दर्द व्यक्ति के आयु, वजन, फिजिकल एक्टिविटी के स्तर और आयुर्वेदिक अवस्था जैसे कई कारकों के आधार पर भी हो सकता है।
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कमर दर्द में घरेलू उपचार के फायदे
कमर दर्द का अनुभव होना असहज होता है। इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए अक्सर लोग अलोपैथिक दवाइयों का सहारा लेते हैं, लेकिन यह दवाएं कई बार नकारात्मक परिणामों के साथ-साथ कुछ साइड इफेक्ट्स भी पैदा कर सकती हैं। इसलिए, अधिकतर लोगों को कमर दर्द में घरेलू उपचार करने की सलाह दी जाती है।
ये उपचार सिर्फ आसान होते हैं बल्कि इनके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। इससे बचाव के लिए अपनी जीवनशैली में थोड़े से बदलाव करना आवश्यक हो सकता है। निम्नलिखित हैं कमर दर्द में घरेलू उपचार के कुछ फायदे।
- कोई साइड इफेक्ट नहीं: अलोपैथिक दवाओं के साथ अक्सर साइड इफेक्ट्स देखे जाते हैं, जो अधिकतर लोगों के लिए असहनीय होते हैं। घरेलू उपचार इस दुविधा से मुक्ति दिलाते हैं और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करते हैं।
- लागत प्रभावी: घरेलू उपचार अलोपैथिक दवाओं की तुलना में सस्ते होते हैं और लोग इन्हें आसानी से उपलब्ध कर सकते हैं। यदि कमर दर्द लंबे समय तक बना रहता है तो लोगों को सर्जरी करवाने की संभावना भी होती है। लेकिन घरेलू उपचार से इस तरह के महंगे इलाज की आवश्यकता नहीं होती है।
- सुलभ होते हैं: कमर दर्द के लिए घरेलू उपचार सबसे सुलभ होते हैं। लोग इन्हें घर पर ही बना सकते हैं और उन्हें लगभग कोई खर्च नहीं होता है।
- असरदार होते हैं: घरेलू उपचार अलोपैथिक दवाओं से कम तो होते ही हैं, लेकिन इनका असर भी काफी अच्छा होता है। कुछ उपचार तो अलोपैथिक दवाओं से भी बेहतर परिणाम देते हैं।
कमर दर्द का घरेलू इलाज
कमर में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू उपचार कारगर साबित हो सकते हैं। ऐसे बहुत से प्राकृतिक उपचार हैं जिनसे इस समस्या से राहत पाई जा सकती हैI कमर दर्द के घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:
ठंडी और गर्म सिकाई
- ठंडी और गर्म सिकाई कमर दर्द का घरेलू उपाय होता है। यह उपचार करने में बहुत आसान है लेकिन पीठ दर्द के लिए काफी असरदार हो सकता है।
विधि
- ठंडी सिकाई: सूती कपड़े या तोलिए में बर्फ के कुछ टुकड़े लपेट लें। अब इससे अपनी कमर के उस हिस्से पर सिकाई करें जहां पर दर्द की समस्या है। इस उपाय को करते समय इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी बर्फ को सीधे अपनी त्वचा के ऊपर ना लगाएं क्योंकि उससे आपकी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है।
- गर्म सिकाई: गर्म पानी की बोतल लेकर उससे अपनी पीठ पर दर्द वाली जगह पर सिकाई करें। पानी अधिक गर्म न हो अन्यथा त्वचा जल सकती है। कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए गर्म सिकाई दिन में दो या तीन बार की जा सकती है।
एसेंशियल ऑयल
- एसेंशियल ऑयल कमर दर्द का इलाज है क्योंकि इनमें कई प्रकार के औषधीय गुण और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। एसेंशियल ऑयल प्रबल और तेज होते हैं जिसकी वजह से त्वचा पर इन्हें सीधे लगाने से जलन हो सकती है। एसेंशियल ऑयल कई प्रकार के होते हैं जैसे कि नीलगिरी, रोजमैरी, सैंडलवुड, लैवंडर, जिंजर, पिपरमेंट इत्यादि।
विधि
- एसेंशियल ऑयल को किसी कैरियर ऑयल जैसे कि जैतून या जोजोबा के तेल में मिला लें। इस मिश्रण से कमर की मालिश करें।
- एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदे पानी में मिलाकर उसे डिफ्यूजर में डाल दें। इस तरह से एसेंशियल ऑयल सांस के द्वारा शरीर के अंदर पहुंच जाएगा।
- नहाते समय अगर पानी में कुछ बूंदे एसेंशियल ऑयल की डाली जाए तो उससे कमर दर्द में और सूजन में काफी राहत पहुंच सकती है।
अदरक
- अदरक कमर दर्द का देसी इलाज हो सकता है। इसके अंदर जिंजरोल और जिनरोन जैसे बायो-एक्टिव रसायन पाए जाते हैं जो कि पीठ दर्द से छुटकारा दिलाने में सहायक हो सकते हैं।
विधि
- एक कप पानी लेकर उसे उबलने के लिए रख दें।
- अब एक इंच अदरक का टुकड़ा लेकर उसे छील लें और उसे पानी में डाल दें।
- इसे लगभग ८-१० मिनट तक उबाल लें और फिर ठंडा कर लें।
- अब जरूरत के अनुसार इसमें नींबू और शहद मिलाकर सेवन करें
हल्दी
- हल्दी का इस्तेमाल कमर दर्द का रामबाण इलाज साबित हो सकता है क्योंकि इसके अंदर कई औषधीय गुण होते हैं और इसीलिए इसका इस्तेमाल प्राचीन समय से ही पारंपरिक चिकित्सा में होता रहा है। इसमें करक्यूमिन नाम का तत्व पाया जाता है जिसके अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण भरपूर मात्रा में होते हैं। इसलिए कमर दर्द को काफी हद तक ठीक करने में हल्दी फायदेमंद हो सकती है।
विधि
- एक गिलास दूध लेकर उसे गर्म कर लें और उसमें लगभग एक चम्मच हल्दी पाउडर डाल दें। गर्म दूध की जगह ठंडे दूध का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
- अच्छी तरह से मिलाकर रात को सोने से पहले इसका सेवन करें।
- इसमें मिठास के लिए शहद डाला जा सकता है।
गलांगल
- गलांगल कमर दर्द का देसी इलाज होता है। यह अदरक के जैसा होता है और इसके अंदर कई ऐसे एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जिसकी वजह से इसे पीठ के दर्द में प्रयोग किया जा सकता है। घर में पीठ दर्द ठीक करने के लिए इसकी चाय बनाकर सेवन की जा सकती है।
विधि
- चाय बनाते समय एक छोटा सा गलांगल का टुकड़ा कुचलकर उसमें डाल दें और उबाल लें।
- लगभग ३-४ मिनट तक उबालने के बाद गैस बंद कर दें और चाय को छान लें।
- इस चाय में आवश्यकता के अनुसार शहद या चीनी मिलाई जा सकती है।
- गलांगल चाय को प्रतिदिन सुबह-शाम पीने से कमर दर्द में तुरंत आराम हो सकता है।
सेंधा नमक
- सेंधा नमक कमर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अंदर पोटेशियम, कैल्शियम और जिंक जैसे औषधीय गुण होते हैं जिनकी मदद से कमर दर्द को कम किया जा सकता है।
विधि
- एक बाल्टी में हल्का गुनगुना पानी भर लें।
- अब लगभग २ मुट्ठी भर कर सेंधा नमक डाल दें।
- अब सेंधा नमक मिले हुए इस पानी से नहाएं।
लहसुन
- लहसुन कमर दर्द का देसी इलाज होता है क्योंकि इसके अंदर इम्यून सिस्टम को मजबूती देने की क्षमता होती है। लहसुन में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो कमर के सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। कमर के दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
विधि
- किसी बर्तन में नारियल तेल लेकर उसमें ८-१० लहसुन की कलियां क्रश करके डाल दें।
- अब इस तेल को अच्छी तरह से गर्म होने दें और जब लहसुन ब्राउन कलर का हो जाए तो गैस बंद कर दें।
- जब यह हल्का गुनगुना हो जाए तो इस तेल से कमर पर मालिश करें।
- यदि नियमित रूप से इस लहसुन वाले तेल से कमर पर मसाज किया जाए तो उससे कमर के दर्द में राहत पहुंच सकती है।
आहार
कमर के दर्द को ठीक करने के लिए स्वस्थ आहार का काफी ज्यादा महत्व होता है। इसलिए बैक पेन का इलाज करने के लिए अच्छी और पौष्टिक डाइट लेना काफी मददगार हो सकता है।
- आहार में फल और सब्जियां शामिल करें।
- हरी पत्तेदार सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करें।
- भोजन में फाइबर युक्त चीजें शामिल करनी चाहिएं।
- टमाटर, बैंगन और आलू जैसी सब्जियां खाएं।
- दही खाएं और इसके अलावा ग्रीन टी का सेवन करना भी कमर के दर्द के लिए कारगर साबित हो सकता है।
शारीरिक गतिविधियां
पीठ दर्द के लिए कुछ शारीरिक गतिविधियां कारगर हो सकती हैं। स्ट्रेस दूर करने वाली थैरेपी, व्यायाम और योग करने से शरीर प्राकृतिक रुप से मजबूत बनता है। यदि नियमित व्यायाम और योग किया जाए तो यह कमर दर्द का रामबाण इलाज हो सकता है।
- कमर दर्द के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जैसे कि कोबरा पोज़, कैट-काऊ पोज़, चाइल्ड पोज़ आदि करना सहायक हो सकता है।
- नियमित रूप से योग अभ्यास करें।
- कमर को मजबूत बनाने के लिए एरोबिक, स्विमिंग, रनिंग जैसी एक्सरसाइज करना मदद कर सकता है।
- मांसपेशियों को तनाव मुक्त करने और आराम देने के लिए मसल रिलैक्सेशन थैरेपी का अभ्यास किया जा सकता हैI
कमर दर्द के लिए व्यायाम
पीठ दर्द के लिए कुछ शारीरिक गतिविधियां कारगर हो सकती हैं। स्ट्रेस दूर करने वाली थैरेपी, व्यायाम और योग करने से शरीर प्राकृतिक रुप से मजबूत बनता है। यदि नियमित व्यायाम और योग किया जाए तो यह कमर दर्द का रामबाण इलाज हो सकता है।
- नी-टु-चेस्ट-स्ट्रेच: इस एक्सरसाइज को करने से कमर की मांसपेशियों में रक्त का बहाव सुधरता है और कमर दर्द से राहत मिलती है
- लोअर बैक रोटेशनल स्ट्रेच: इस एक्सरसाइज को करने से रीढ़ की हड्डी और अगल - बगल की मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ाता है जिससे वहां पर खिंचाव या चोट लगने का खतरा हो जाता है।
- सेतुबंध सर्वांगासन: यह आसन कूल्हों, कमर, पैरों और एड़ियों को लचीला और मजबूत करता है जिससे कमर के दर्द में राहत मिलती है।
- मर्जरासन: इस एक्सरसाइज को करने से रीढ़ की हड्डी के तरल पदार्थ का परिसंचरण (सर्कुलेशन) में सुधार होता है।
- बालासन: इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी, कूल्हे, जांघें और एड़ियों में फैलाव और लचीलापन आता है जिससे कमर में दर्द से भी राहत मिलती है।
- अधोमुख श्वानासन: यह व्यायाम पूरे शरीर में रक्त संचार में सुधार करता है और रीढ़ की हड्डी, कंधों सहित पूरे शरीर में लचीलापन बढ़ता है।
- धनुरासन: यह व्यायाम करने से छाती, गले, कंधो, जांघों और रीढ़ की हड्डी में मजबूती आती है। इस प्रकार यह कमर के दर्द को कम करने में मददगार हो सकता है।
- ताड़ासन: यह योगासन साइटिक नर्व में होने वाले दर्द को कम करने मदद करता है। इसके अलावा शरीर के केंद्रीय मांसपेशियों का ढांचा सही रखता है जिससे कमर के दर्द से राहत मिल सकती है।
यह भी पढ़ें: कमर दर्द की एक्सरसाइज क्या हैं? - आजमाएं ये कारगर व्यायाम और खिंचाव
कमर दर्द के लिए जीवनशैली में बदलाव
कमर दर्द का कारण अक्सर अधिक बैठना, गलत बैठने की आदत, ज्यादा वजन, कमजोर पीठ मांसपेशियां, रक्त संचार कम होना आदि होते हैं। इसलिए, कमर दर्द को कम करने और उससे बचने के लिए निम्नलिखित जीवनशैली बदलाव उपयोगी हो सकते हैं।
- ठीक से बैठें: अपनी बैठने की आदत में बदलाव करें। यदि आप अधिक समय बैठते हैं, तो अपनी पीठ सीधी रखें, कम से कम 20 मिनट के अंतराल में खड़े हों और थोड़ी देर घूमें।
- सही तरीके से उठें: बिस्तर से उठते समय पीठ सीधी रखें और फिर सिर्फ एक तरफ घुमाएं ताकि आप अपने बाएं हाथ से सही तरीके से उठ सकें।
- सही दबाव निर्माण करें: जब आप भारी सामान उठाते हैं तो सही तरीके से उठें। बिस्तर, सोफ़े और कुर्सियों की टकियों का सही चयन करें ताकि आपकी पीठ को सही तरीके से समर्थित किया जा सके।
- अपनी बॉडी पोस्चर का ध्यान रखें: सही बॉडी पोस्चर अपनी पीठ को सही समर्थन देने में मदद कर सकती है। इसलिए, सही ढंग से चलने और खड़े होने का ध्यान रखें।
- सही बैठाने की जगह चुनें: जब आप बैठते हैं, तो एक अच्छी बैठने की जगह चुनें जो आपकी पीठ को सही समर्थन दे सके। अपनी कुर्सी का ऊंचाई ऐसी होनी चाहिए जिससे आप बैठने के दौरान अपनी पीठ को सीधा रख सकें।
- स्ट्रेस कम करें: तनाव कम करने से कमर दर्द में सुधार हो सकता है। ध्यान योग और प्राणायाम जैसे उपयोगी हो सकते हैं।
- डॉक्टर से परामर्श करें: यदि आपका कमर दर्द लंबे समय तक बना रहता है या आपको दर्द जब आप चलते हैं या बैठते हैं, तो एक डॉक्टर से परामर्श करना चाहिएI
कमर दर्द का रामबाण इलाज- Kamar dard ka ilaj
कमर दर्द असहनीय होने पर किसी ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से जरुर संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर कमर का निदान करते हैं और इसी अनुसार निम्नलिखित दवाईयां, थेरेपी या सर्जरी कर सकते हैं:
- दवाइयां: कमर दर्द के लिए डॉक्टर कुछ दर्द निवारक दवाईयां और कुछ ओवर द काउंटर मिलने वाली दवाईयां का इस्तेमाल से कमर दर्द में आराम मिल सकता है।
- इंजेक्शन: कमर दर्द में घरेलू उपायों और दवाइयों से आराम न मिलने पर डॉक्टर कार्टिसोन इंजेक्शन लगा सकते हैं।
- थेरेपी: थेरेपी की मदद से कमर की गतिशीलता में सुधार होता है जिसकी वजह से दर्द में आराम पहुंच सकता है। इसलिए डॉक्टर मरीज को मसाज थेरेपी, एक्यूपंचर की राय देते हैं। कमर दर्द के लिए कुछ मुख्य थेरेपी इस प्रकार हैं:
- हाइड्रोथेरेपी: पानी के उत्प्लावन बल के कारण स्विमिंग पूल में कुछ समय के लिए तैरने से कमर दर्द और रीढ़ की हड्डी का दर्द कम होता है।
- फिजिकल थेरेपी: इस थेरेपी में मुख्य रूप से एयरोबिक एक्सरसाइज, लंबर एक्सरसाइज, मुद्रा को सही रखने वाली एक्सरसाइज कराई जाती हैं जिससे कमर दर्द के लक्षणों में कमी आती है।
कमर दर्द के लिए सर्जरी
जब रोगी के दर्द में दवाइयों, इंजेक्शन और थेरेपी से आराम नहीं पहुंचता तो ऐसे में डॉक्टर सर्जरी कर सकते हैं। कमर दर्द के लिए कुछ मुख्य सर्जरी इस प्रकार से हैं:
- स्पाइनल फ्यूजन: इस सर्जरी में रीढ़ के हड्डी के डैमेज जोड़ों को निकालकर धातु के जोड़ों को लगा दिया जाता है।
- डिस्केक्टमी: इस सर्जरी में हार्निया से प्रभावित डिस्क के हिस्से को निकाल दिया जाता है।
- लैमिनेक्टोमी: इस सर्जरी में रीढ़ के हड्डी के पिछले हिस्सों को निकाला जाता है जिससे मेरुदंड ( स्पाइनल कॉर्ड) और तंत्रिकाओं के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
- आर्टिफिशियल डिस्क: आर्टफिशियल डिस्क धातु और प्लास्टिक से मिलकर बने होते हैं। रीढ़ की किन्ही दो हड्डियों के बीच इन आर्टिफिशियल डिस्क को लगा दिया जाता है।
सारांश
इस लेख में हमने समझा कि कमर दर्द अक्सर वजन बढ़ने, गलत तरीके से सोने या बैठने, अर्थराइटिस की बीमारी होने पर होता है। कमर दर्द होने पर ऑर्थोपेडिक डॉक्टर दवाईयों के साथ कुछ घरेलू उपाय जैसे सिकाई, मसाज, हल्दी, अदरक, गलांगल आदि का सही इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। अगर दवाइयों और घरेलू उपाय से कमर दर्द का इलाज नहीं हो पाता है तो ऑर्थोपेडिक डॉक्टर सर्जरी भी कर सकते हैं।
अगर आपको दर्द हो रहा है तो आपको कमर दर्द का रामबाण इलाज जल्द से जल्द करना चाहिए। हेक्साहेल्थ आपको ऑर्थोपेडिक डॉक्टर की सलाह लेने में मदद कर सकता है। HexaHealth ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां ५०० से भी ज्यादा हॉस्पिटल और १५०० से भी अधिक अनुभवी डॉक्टर उपलब्ध हैं। कोई भी सर्जरी करवाने से पहले आप हमारे अनुभवी सर्जन से निशुल्क सलाह ले सकते हैं।
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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
कमर दर्द का रामबाण इलाज क्या है?
कमर दर्द का रामबाण इलाज करने के लिए आप सबसे पहले डॉक्टर की सलाह पर कुछ दर्द निवारक दवाइयां ले सकते हैं। दवाइयों के अलावा कुछ घरेलू उपायों की मदद ली जा सकती है जैसे हल्दी, सेंधा नमक, ठंडी और गर्म सिकाई। आराम मिलने पर किसी ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपके दर्द हो रही जगह का निदान करते हैं और उपयुक्त उपचार चलाते हैं।
कमर के निचले हिस्से में दर्द क्यों होता है?
कमर के निचले हिस्से में दर्द होने के कई कारण होते हैं जैसे कि पीठ की मांसपेशियों या टेंडन में खिंचाव व चोट, गठिया, डिस्क की चोट, वजन बढ़ने के कारण और रीढ़ की हड्डी के कुछ हिस्सों में क्षति होने के कारण दर्द हो सकता है।
कमर में दर्द हो तो कैसे सोना चाहिए?
अगर आपकी कमर में दर्द है तो आपको अपने सोने के तरीके पर ध्यान देना चाहिए और सोते समय कुछ बातों का ध्यान रखें जैसे कि:
- पेट के बल ना सोएं, अपने हाथ को अपने सिर के नीचे रखकर ना सोएं।
- पीठ के बल लेटकर सोना बेहतर रहता है। ऐसी स्थान में सोते समय कमर के नीचे एक छोटा तौलिया रोल बनाकर रख लें।
- सोते समय फोम वाले गद्दे का प्रयोग ना करें। लगातार गद्दे पर सोने से रक्त परिसंचरण कम हो जाता है।
- करवट लेकर सोते समय अपने घुटनों के बीच में तकिए को रखकर सोएं।
कमर दर्द के लक्षण क्या है?
कमर दर्द के मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
- मांसपेशियों में हर समय खिंचाव महसूस होना
- कमर के निचले हिस्से या ऊपरी हिस्से में लगातार दर्द का बने रहना
- झुकते समय या फिर खड़े होते समय पीठ में दर्द रहना
- शरीर में कमजोरी और कमर के आसपास सुन्नपन रहना
कमर दर्द में क्या नहीं खाना चाहिए?
कमर दर्द होने पर ऐसे खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए जिनमें सैचुरेटेड वसा और चीनी पाया जाता है। यह कमर के दर्द को ठीक करने में बाधा डाल सकते हैं। इसके अलावा कमर दर्द में वनस्पति तेल, प्रोसैस्ड आहार, फुल फैट वाले डेरी प्रोडक्ट जैसे खाद्य पदार्थ लेने से बचना चाहिए।
कमर दर्द का तेल कौन सा है?
कमर दर्द के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कैरियर ऑयल में मिलाकर किया जाता है तो इससे काफी आराम पहुंच सकता है। इसलिए लैवंडर, जिंजर, अदरक, रोजमैरी, पिपरमेंट, चंदन एसेंशियल ऑयल को जैतून के तेल या फिर जोजोबा के तेल में मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा सरसों का या फिर नारियल का तेल भी हल्का गर्म करके उपयोग किया जा सकता है।
कमर की मालिश कैसे करें?
- कमर की मालिश करने के लिए नारियल तेल या सरसों का तेल लेकर उसे हल्का गर्म कर लें। मसाज करने के लिए हर्बल तेल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
- मालिश के दौरान अपने हाथों का दबाव हल्का रखें और गोल गोल में घुमाते हुए मांसपेशियों की मसाज करें।
- मसाज करते समय इस बात का ध्यान रखें कि व्यक्ति के मेरुदंड ( स्पाइन ) या हड्डी पर किसी प्रकार से अधिक दबाव ना पड़े।
कमर दर्द का दवा क्या है?
कमर दर्द होने पर ऑर्थोपेडिक कुछ दवाई लेने की सलाह देते हैं जैसे कि नेप्रोक्सीन, आइबूप्रोफेन। इसके अलावा अदरक, हल्दी, सिकाई और मसाज जैसे घरेलू उपाय भी अपनाए जा सकते हैं।
सुबह उठते ही कमर में दर्द क्यों होता है?
सुबह उठते ही यदि आपकी कमर में दर्द होता है तो इसके मुख्य कारण हैं:
- सोने की मुद्रा गलत होना
- पेट के बल सोना
- फोम वाले गद्दे पर सोना
- प्रेगनेंसी
- डिजनरेटिव डिस्क
- फाइब्रोमायल्जिया
कमर दर्द के लिए कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए?
कमर में दर्द होने पर डॉक्टर आपको कुछ एक्सरसाइज करने की सलाह दे सकते हैं जो निम्नलिखित हैं:
- ट्विस्टिंग पोश्चर
- नी-टू-चेस्ट स्ट्रेच
- लोअर बैक रोटेशनल स्ट्रेच
- लोअर बैक फ्लैक्सिबिलिटी एक्सरसाइज
- ब्रिज एक्सरसाइज
- कैट स्ट्रेच
- सीटिट लोअर बैक रोटेशनल स्ट्रेच
- शोल्डर ब्लेड स्क्वीज़
कमर दर्द के लिए कौन सा पॉइंट दबाए?
कमर दर्द के लिए कमर के निचले हिस्से के पॉइंट दबाएं जाते हैं जो कि बी-२३ और बी-२४ हैं। ये पॉइंट आपके शरीर के दाएं और बाएं हिस्से पर होते हैं। जब इन पॉइंट पर दबाव डाला जाता है तो इससे कमर के दर्द और गृध्रसी (साइटिका) में काफी राहत मिल सकती है।
कमर की जकड़न कैसे दूर करें?
कमर की जकड़न को दूर करने के लिए कमर दर्द का देसी इलाज अपनाया जा सकता है जैसे कि:
- गर्म सिकाई।
- ठंडी सिकाई।
- मसाज थैरेपी।
- व्यायाम।
क्या मसाज से कमर दर्द बढ़ सकता है?
मसाज करने से कमर में होने वाले दर्द में आराम पड़ता है। इसके लिए डीप टिशू मसाज, चिकित्सीय मसाज (थैरेप्यूटिक मसाज) का सहारा लिया जा सकता है। आमतौर पर मसाज करने पर कमर दर्द नहीं बढ़ता है लेकिन इसे अगर कोई अप्रशिक्षित व्यक्ति करता है तो दर्द कम होने की बजाय बढ़ सकता है। इसलिए कमर दर्द होने पर प्रशिक्षित व्यक्ति से ही मसाज करवाना चाहिए।
कमर की नस ब्लॉक होने पर क्या करना चाहिए?
कमर की नस ब्लॉक होने पर उस हिस्से के अंदर सुन्नपन, झुनझुनाहट, कमजोरी और दर्द महसूस होता है। ऐसे में आपको किसी ऑर्थोपेडिक डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉक्टर आपको कुछ दवाइयां देते हैं। इसके अलावा डॉक्टर कुछ घरेलू उपाय की भी सलाह दे सकते हैं। घरेलू उपायों में सिकाई करना, हल्दी वाला दूध पीना इत्यादि शामिल हैं।
क्या कमर दर्द का टोटका होता है?
2 मिनट में कमर दर्द से आराम कैसे पाये?
कमर दर्द के लिए कुछ आसान उपाय हैं जो आपको तुरंत राहत दिला सकते हैं। निम्नलिखित कुछ उपायों को आजमाएं ताकि आप 2 मिनट में कमर दर्द से आराम पा सकें।
- अपनी पोषण योजना में सुधार करें: जीवन शैली में संतुलित आहार लेना कमर दर्द से निपटने में मदद कर सकता है। सेहतमंद आहार खाने से शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता पूर्ति होती है जो कमर दर्द को कम कर सकते हैं।
- नियमित व्यायाम करें: योगा, पैलेट्स, स्ट्रेचिंग और व्यायाम करना कमर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
- ठंडे और गर्म पैक का उपयोग करें: कमर दर्द को कम करने के लिए ठंडे और गर्म पैक का उपयोग किया जा सकता है। आप जो भी पैक चुनते हैं, उसे कम से कम 15-20 मिनट तक लगाएं।
- उपयोग एंटी-इनफ्लेमेट्री दवाएं: कई एंटी-इनफ्लेमेट्री दवाएं उपलब्ध हैं जो कमर दर्द को कम कर सकती हैं।
पुरुषों में कमर दर्द की दवा कोन्सी होती है? kamar dard ki dava kya hoti hai?
कमर दर्द बहुत सारे कारणों से हो सकता है, इसलिए सबसे अच्छा होगा कि दवाई का चयन आपके द्वारा अनुभव किए जा रहे लक्षणों और आपके डॉक्टर द्वारा आपके स्वास्थ्य से संबंधित विशेष परीक्षणों के आधार पर किया जाना चाहिए।
उन्हें कुछ उपयुक्त दवाएं निम्नलिखित हो सकती हैं:
- अस्पिरिन
- एसेटामिनोफेन
- इबुप्रोफेन
- नप्रोक्सेन
कमर में चणक का इलाज क्या होता है?
कमर में चणक (एसिडिटी) एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो अपच, खाने की गलत आदतों या दवाओं के सेवन से हो सकती है। यह अपच से होने वाली बीमारियों में से एक है। इसके लिए कुछ आसान इलाज निम्नलिखित हैं:
- खाने की गलत आदतों को बदलें
- स्ट्रेस कम करें
- अधिक पानी पिएं
- शेखर उपयोग
- दवाइयों का सेवन
Updated on : 7 September 2023
समीक्षक
Dr. Aman Priya Khanna
MBBS, DNB General Surgery, Fellowship in Minimal Access Surgery, FIAGES
12 Years Experience
Dr Aman Priya Khanna is a well-known General Surgeon, Proctologist and Bariatric Surgeon currently associated with HealthFort Clinic, Health First Multispecialty Clinic in Delhi. He has 12 years of experience in General Surgery and worke...View More
लेखक
She has extensive experience in content and regulatory writing with reputed organisations like Sun Pharmaceuticals and Innodata. Skilled in SEO and passionate about creating informative and engaging medical conten...View More
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