कमर दर्द की एक्सरसाइज क्या हैं? - आजमाएं ये कारगर व्यायाम और खिंचाव
कमर दर्द की समस्या आजकल हर वर्ग के लोगों में देखने को मिल रही है। कमर दर्द होने पर आमतौर पर डॉक्टर कुछ घरेलू उपाय की भी सलाह देते हैं जिसमे एक्सरसाइज भी शामिल होता है।
अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार एक स्टडी में पाया गया कि लंबर स्पाइन और हैमस्ट्रिंग को लचीला करने वाली एक्सरसाइज करने से क्रॉनिक कमर दर्द १८.५% - ५८% तक कम हो सकती है। इसलिए कमर दर्द को कम करने में व्यायाम कारगर होता है। आइए इस लेख में देखते हैं कि कौन सी कमर दर्द की एक्सरसाइज है जिससे दर्द से राहत मिल सकती है।
कमर दर्द क्या होता है?
कमर दर्द मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित हैं:
- एक्यूट कमर दर्द
- इस प्रकार के दर्द में कुछ दिनों या हफ्तों तक दर्द हो सकता है।
- खुद की देखभाल और घरेलू उपायों से यह ठीक हो जाता है।
- क्रॉनिक कमर दर्द
- १२ हफ्तों से अधिक समय तक रह सकता है।
- लगभग २०% मामलों में एक्यूट कमर दर्द क्रॉनिक हो जाता है।
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कमर दर्द की एक्सरसाइज
कमर दर्द से आराम पाने के लिए कुछ निम्नलिखित एक्सरसाइज और योगासन किए जा सकते हैं:
नी-टु-चेस्ट-स्ट्रेच
इस एक्सरसाइज को करने से कमर की मांसपेशियों में रक्त का बहाव सुधरता है और कमर दर्द से राहत मिलती हैकरने का सही तरीका:
- अपने दोनों घुटनों को मोड़कर अपनी पीठ के बल लेट जाइए और अपने दोनों पैरों को फर्श के ऊपर सीधा करके रखें।
- अब दोनों हाथों से अपने एक घुटने को ऊपर की तरफ खींचे और इसे अपनी छाती की तरफ दबाएं।
- इस दौरान अपने पेट को कस लें और अपनी रीड की हड्डी को फर्श से सटाकर रखें।
- लगभग ५ सेकंड तक के लिए इसी स्थिति में रहें।
- अब वापस शुरुआती अवस्था में आ जाएं और फिर दूसरे पैर के साथ भी इसी प्रक्रिया को दोहराएं।
- अब एक बार फिर से शुरुआती अवस्था में आ जाएं और अपने दोनों पैरों के साथ इस एक्सरसाइज को एक बार फिर से करें।
लोअर बैक रोटेशनल स्ट्रेच
इस एक्सरसाइज को करने से रीढ़ की हड्डी और अगल - बगल की मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ाता है जिससे वहां पर खिंचाव या चोट लगने का खतरा हो जाता है।करने का सही तरीका:
- सबसे पहले अपने दोनों घुटनों को मोड़कर अपनी पीठ के बल जमीन पर लेट जाइए।
- अपने दोनों पैरों को फर्श के ऊपर बिल्कुल सीधा करके रखें।
- आपको अब अपने दोनों कंधों को फर्श पर मजबूती से टिकाए हुए रखना है और फिर अपने दोनों मुड़े हुए घुटनों को एक तरफ रोल करना है।
- इस स्थिति में आप को कम से कम पांच से लेकर १० सेकंड तक के लिए रहना है।
- अब वापस पहले वाली स्थिति में आ जाएं।
- दूसरी तरफ भी अब इस एक्सरसाइज को दोहराना है।
- कम से कम २ से लेकर ३ बार तक इस व्यायाम को करना है।
लोअर बैक फ्लैक्सिबिलिटी एक्सरसाइज
यह शारीरिक व्यायाम भी रीढ़ की हड्डी और कमर के क्षेत्र में मौजूद जोड़ों को लचीला बनाता है जिससे कमरदर्द से आराम मिल सकता है।करने का सही तरीका:
- इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले आपको अपने घुटनों को मोड़कर अपनी पीठ के बल जमीन पर लेटना है।
- इस दौरान आपको अपने पैरों को उसके ऊपर बिल्कुल सपाट करके रखना है।
- अब अपने पेट की मांसपेशियों को अंदर की तरफ कर लीजिए जिससे कि आपका कमरबंद आपके पेट से दूर हो जाए। अपनी नाभि को फर्श की तरफ खींचे।
- इस स्थिति में आपको कम से कम ५ सेकंड तक के लिए रहना है।
- अब वापस शुरुआती स्थिति में आ जाएं और इस प्रक्रिया को फिर से दोहराएं।
सेतुबंध सर्वांगासन
यह आसन कूल्हों, कमर, पैरों और एड़ियों को लचीला और मजबूत करता है जिससे कमर के दर्द में राहत मिलती है।करने का सही तरीका:
- ब्रिज पोज को करने के लिए सबसे पहले अपनी पेट के बल फर्श पर लेट जाइए।
- अपने घुटनों को मोड़ लीजिए और अपने पैरों के तलवों को फर्श पर बिल्कुल सपाट रखें।
- अब अपने सिर और कंधों को जमीन पर आराम से रख लीजिए।
- उसके बाद अपने पेट और अपनी ग्लूटल मांसपेशियों को कस लें।
- अब अपने दोनों घुटनों से अपने कंधों तक एक सीधी रेखा बनाते हुए अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं। आपको अपने शरीर से पुल का आकार बनाना है।
- इस दौरान अपने दोनों हाथों को जमीन के ऊपर सीधा करके रखें।
- इस स्थिति में रहते हुए ३ बार गहरी सांसे लें।
- अब वापस अपनी प्रारंभिक स्थिति में लौट आइए और इस एक्सरसाइज को फिर से दोहराएं।
मर्जरासन
इस एक्सरसाइज को करने से रीढ़ की हड्डी के तरल पदार्थ का परिसंचरण (सर्कुलेशन) में सुधार होता है।करने का सही तरीका:
- अपने दोनों हाथों और दोनों घुटनों के बल आ जाइए।
- पेट को धीरे धीरे अंदर की तरफ खींचे।
- अब अपने पेट और पीठ को जमीन की तरफ धकेलें।
- फिर दोबारा से पहले की स्थिति में लौट आएं।
बालासन
इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी, कूल्हे, जांघें और एड़ियों में फैलाव और लचीलापन आता है जिससे कमर में दर्द से भी राहत मिलती है।करने का सही तरीका:
- योगा मैट पर आप अपने घुटनों के बल बैठ जाइए
- अपनी एड़ियों के ऊपर अपने नितंब (हिप्स) को रखें और सांस को अंदर की तरफ भरें।
- अब अपने दोनों हाथों को ऊपर की तरफ सीधा करते हुए रखें। इस दौरान आपकी हथेलियां खुली होनी चाहिएं और सारी उंगलियां भी सीधी होनी चाहिएं।
- अब अपने सांस को बाहर की तरफ बहुत ही धीरे-धीरे छोड़ते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को जमीन पर झुकाते हुए अपने माथे को फर्श पर टिका दें।
- अपने दोनों हाथों को फर्श पर सीधा फैला कर रखें।
- इस स्थिति में आपको कम से कम १ से लेकर २ मिनट तक रहना है।
अधोमुख श्वानासन
यह व्यायाम पूरे शरीर में रक्त संचार में सुधार करता है और रीढ़ की हड्डी, कंधों सहित पूरे शरीर में लचीलापन बढ़ता है।करने का सही तरीका:
- सबसे पहले योग मैट बिछाकर उस पर सीधे खड़े हो जाइए।
- आप अपने हाथों को आगे फर्श की तरफ ले जाइए।
- अपने दोनों हाथों पर जोर डाले और अपने दोनों पैरों को पीछे की तरफ लेकर जाइए।
- अब अपने हाथों को बिल्कुल सीधा रखें और सिर फिर को जितना हो सके झुकाने की कोशिश कीजिए।
- इस दौरान गहरी और धीरे-धीरे सांसे लीजिए।
- इस मुद्रा में २० सेकंड तक रहने के बाद वापस पहले की स्थिति में आ जाए।
धनुरासन
यह व्यायाम करने से छाती, गले, कंधो, जांघों और रीढ़ की हड्डी में मजबूती आती है। इस प्रकार यह कमर के दर्द को कम करने में मददगार हो सकता है।करने का सही तरीका:
- सबसे पहले अपने पेट के बल लेट जाइए।
- अब अपने दोनों पैरों को मोड़ लीजिए और अपनी एड़ियों को कूल्हों पर टिका दीजिए।
- उसके बाद अपने दोनों हाथों से अपने दोनों टखनों को पकड़िए।
- अब अपनी छाती और अपनी जांघों को जितना हो सके ऊपर की तरफ उठाइए।
- कुछ देर तक इसी मुद्रा में रहकर आरंभिक स्थिति में आ जाइए।
ताड़ासन
यह योगासन साइटिक नर्व में होने वाले दर्द को कम करने मदद करता है। इसके अलावा शरीर के केंद्रीय मांसपेशियों का ढांचा सही रखता है जिससे कमर के दर्द से राहत मिल सकती है।करने का सही तरीका:
- जमीन पर अपनी योग मैट बिछाकर पैरों के बल खड़े हो जाइए।
- अब अपने हाथों की उंगलियों को एक दूसरे में फंसाते हुए सांस को अंदर भर रहे हैं और उंगलियां ऊपर की तरफ लेकर जाइए।
- उसके बाद अपनी दोनों एड़ियां उठाइए और अपने पैरों के पंजों पर बैलेंस बना कर खड़े होने की कोशिश करिए।
- आपको इस दौरान अपने सारे शरीर को पैर से लेकर सिर तक ऊपर की तरफ स्ट्रेच करना है।
- कुछ देर तक इसी मुद्रा में रहे और फिर वापस शुरुआती अवस्था में आ जाएं।
कमर दर्द में एक्सरसाइज करने के फायदे
कमर दर्द के लिए की जाने वाली एक्सरसाइज और व्यायाम से होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार हैं:
- एक्सरसाइज करने से रीढ़ की हड्डी के डिस्क और अन्य जोड़ों में तरल पदार्थ बरकरार रहता है जिससे जोड़ों में सूजन और दर्द नही होता है।
- एक्सरसाइज करने से लिगामेंट और टेंडन में मौजूद फाइबर लचीला होता है जिससे खिंचाव होने पर फाइबर के टूटने और चोट लगने की संभावना कम हो जाती है।
- व्यायाम से जोड़ों और हड्डियों में मौजूद मांसपेशियां भी मजबूत और लचीली होती हैं जो डिस्क और लिगामेंट को सहयोग देती हैं और टूटने से बचाती हैं।
- स्ट्रेचिंग करने से कमर में हुआ तनाव कम होता है जिससे दर्द से राहत मिलती है।
- कूल्हों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं जो दौड़ने और चलने में कमर को सहारा (सपोर्ट) देती हैं।
सारांश
HexaHealth के माध्यम से ऑर्थोपेडिक सर्जन हड्डियों से जुड़ी सर्जरी की सलाह निशुल्क देते हैं। हेक्साहेल्थ टीम द्वारा सर्जरी की सभी प्रक्रिया का पूरा ध्यान रखा जाता है। हेक्साहेल्थ पर मौजूद सभी डॉक्टर का कम से कम १० सालों का अनुभव होता है। हेक्साहेल्थ पर बेहतरीन हॉस्पिटल मौजूद हैं जिसे आप अपने अनुसार चुन सकते हैं। सभी कागजी काम जैसे हॉस्पिटल में भर्ती करना हो या बीमा क्लेम करना हो; हमारे प्रशिक्षित हेक्साबडीज निशुल्क मदद करते हैं।
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
कमर दर्द की एक्सरसाइज क्या है?
- सेतुबंध सर्वांगासन
- स्पाइनल ट्विस्ट
- नी-टू-स्ट्रेच
- बैक मैसंजर
- शोल्डर ब्लेड स्क्वीज़
- हिप रोल
- मर्जारासन
कमर दर्द के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज कौन सी है?
क्या पीठ दर्द के लिए चलना अच्छा है?
- पीठ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं
- रीढ़ की मांसपेशियों में रक्त का संचार सही तरह से प्रवाह करता है
- पीठ में लचीलापन आता है
रीढ़ के लिए कौन सा व्यायाम सबसे अच्छा है?
रीड की हड्डी को मजबूत कैसे करें?
क्या खाने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है?
१ दिन में कितनी बार एक्सरसाइज करनी चाहिए?
रोज एक्सरसाइज करने से क्या होता है?
- मांसपेशियां मजबूत और स्वस्थ होती हैं।
- दिल की बीमारी की संभावना कम होती है।
- शरीर में खून का बहाव बेहतर होता है।
- ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
- शरीर की अनावश्यक चर्बी कम होने में मदद मिलती है।
- नींद अच्छी आती है।
सुबह - सुबह एक्सरसाइज करने से क्या फायदा है?
- शरीर स्वस्थ रहता है।
- ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
- थकान कम होती है और रात को नींद ठीक से आती है।
- तनाव कम होता है।
- मूड अच्छा होता है।
सुबह कसरत करने के बाद क्या खाना चाहिए?
- उबले हुए अंडे
- बादाम
- दूध
- चिकन
- चावल
- मक्खन
- फलियां
- साबुत अनाज
- डार्क चॉकलेट
- शेक
कमर दर्द कितने दिन में ठीक होता है?
क्या एक्यूप्रेशर से कमर दर्द ठीक हो सकता है?
कमर की मसाज कैसे करते हैं?
क्या मैं कमर के निचले हिस्से में दर्द के साथ जोर लगा सकता हूं?
Updated on : 17 July 2023
समीक्षक
Dr. Aman Priya Khanna
MBBS, DNB General Surgery, Fellowship in Minimal Access Surgery, FIAGES
12 Years Experience
Dr Aman Priya Khanna is a well-known General Surgeon, Proctologist and Bariatric Surgeon currently associated with HealthFort Clinic, Health First Multispecialty Clinic in Delhi. He has 12 years of experience in General Surgery and worke...View More
लेखक
She has extensive experience in content and regulatory writing with reputed organisations like Sun Pharmaceuticals and Innodata. Skilled in SEO and passionate about creating informative and engaging medical conten...View More
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