Test Duration
20 Minutes
------ To ------60 Minutes
Test Cost
₹ 4,000
------ To ------₹ 10,000
पेट दर्द वैसे तो सुनने में आम लगता है। कभी कभी होनेवाला दर्द कोई चिंता का विषय नहीं है। लेकिन बार बार होनेवाली पीड़ा आम बात नही है। यह वेदना केवल परेशान नहीं करती पर आपके दिनचर्या को भी प्रभावित कर सकता है।
ऐसी तकलीफ का कारण अंदरूनी अंगों से जुड़ी बीमारी हो सकती है। हमारे शरीर के ऐसे अंदरुनी अंग जैसे बड़ी आंत और मलाशय का परिक्षण कोलोनोस्कोपी से किया जाता है। कोलोनोस्कोपी क्या है, इसे विस्तार से जानने के लिए पढ़ना जारी रखिए।
वैकल्पिक नाम | कोलोनोस्कोपी स्क्रीनिंग, एसोफैगोगैस्ट्रोडोडेनोस्कोपी, सिग्मोइडोस्कोपी |
आवश्यकताएं | आहार का नियोजन चिकित्सक के सलाह अनुसार |
परीक्षण कौन करता है | गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट या कोलोरेक्टल सर्जन |
पैरामीटर | आंतों की स्थिति की जांच |
रिपोर्ट करने का समय | तुरंत परीक्षण के बाद या २४ घंटो के अंदर |
कोलोनोस्कोपी का मतलब बड़ी आंत की अंदरूनी जांच है। इसमें बड़ी आंत, मलाशय और गुदा का परीक्षण किया जाता हैं। कोलोनोस्कोपी एक प्रकार की एंडोस्कोपी है। इसमें गुहांतदर्शी का उपयोग किया जाता है।
गुहांतदर्शी एक लचीली ट्यूब होती है जिसके अंत में एक रोशनी वाला कैमरा होता है, जो शरीर गुदद्वार से अंदर डाला जाता है।कोलोनोस्कोपी में, गुहांतदर्शी गुदा और मलाशय से होकर बड़े आंतों तक जाता है। फिर यह बड़ी आंत के अंदर के चित्र को एक संगणक पटल पर भेजता है।
कोलोनोस्कोपी टेस्ट का उद्देश्य किसी रोग का निवारण, रोग का निदान और किसी बीमारी की चिकित्सा हो सकती है।
कुछ लोगों में कोलोनोस्कोपी ऐसे रोग लक्षण के लिए कराई जाती है जिनकी ज्यादा बारीकी से जांच करने की जरूरत होती है। इसके अलावा कोलोनोस्कोपी कुछ बीमारियों का निदान भी करती है। कोलोनोस्कोपी की आवश्यकता इन लक्षणों और बीमारियों के निदान में हो सकती है:
कोलोनोस्कोपी के दौरान, इन रोगों का इलाज मुमकिन है:
कोलोनोस्कोपी करने से पहले ये जानना जरूरी है है, के इसके फायदे क्या है। कोलोनोस्कोपी का मुख्य फायदा यह है के एक ही जांच में आप इलाज, निदान और जांच तीनों कर सकते है।
कोलोनॉस्कोपी लाभ निम्न सूची में नमूद किए गए है:
कोलोनोस्कोपी एक महत्वपूर्ण चिकित्सा प्रक्रिया है, जिसका उपयोग रोगों के निदान, रोकथाम और इलाज के लिए किया जाता है। प्रत्येक विशिष्ट चिकित्सा आवश्यकताओं और स्थितियों के अनुरूप इसका वर्गीकरण किया गया है। कोलोनोस्कोपी के दो मुख्य प्रकार है। आपके लक्षणों के आधार पर चिकित्सक किस प्रकार की कोलोनोस्कोपी करनी है, इसका चयन करते है।
कोलोनोस्कोपी टेस्ट की प्रक्रिया की सफल रूप से पूर्ण होने के लिए तैयारी महत्वपूर्ण है। जिस दिन जांच नियुक्त की जाती है, उस दिन के लिए पालन किए जानेवाले निर्देश का विवर आपको चिकित्सक सटीक रूप से दे सकते है।
इन तैयारी का उद्देश्य यह है की कोलोनोस्कोपी के दौरान आंत यथासंभव स्वच्छ और पारदर्शी हो। ऐसा न होने पर एंडोस्कोपिस्ट विशेषज्ञ आपके आंतों का सही चित्रण नही देख पाएगा। जिस वजह से कोलोनोस्कोपी को पुनर्निर्धारित करना पड़ सकता है, जिस दौरान आपको यही तैयारियां दोबारा करनी पड़ सकती है। तैयारियों में शामिल है:
इन सब के बाद अगली सुबह आपकी कोलोनोस्कोपी की जाएगी।
कोलोनोस्कोपी टेस्ट अक्सर एनेस्थीसिया देकर की जाती है। इसीलिए कोलोनोस्कोपी के दिन आपको अकेले नहीं जाना है। कोलोनोस्कोपी के प्रक्रिया में निम्न अंक शामिल है:
कोलोनोस्कोपी की प्रक्रिया के बाद पहला घंटा स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में आराम करने कहा जाता है। इस दौरान स्वास्थ्य परिचर्या कर्मचारी आपके स्वास्थ्य संकेतों की निगरानी करते है। इसके अलावा कोलोनोस्कोपी के बाद इन निम्न बातों का ध्यान रखे:
ज्यादातर कोलोनोस्कोपी परीक्षण वीडियो के परिणाम तुरंत पता चल जाते है। अगर कोलोनोस्कोपी टेस्ट के दौरान जीवोति-जांच के लिए उतक लिए गए है तो उसके परिणाम कुछ दिनों में मिल सकते है।
कोलोनोस्कोपी टेस्ट के परिणाम निम्न हो सकते है:
कोलोनोस्कोपी परीक्षण वीडियो के जरिए आपका चिकित्सक जांच के परिणाम को सटीक रूप से बताएंगे।
आपकी स्थिति के बारे में अधिक जानकारी इकट्ठा करने के लिए सीटी स्कैन या रक्त परीक्षण जैसे अतिरिक्त परीक्षणों का आदेश दिया जा सकता है। इलाज इस प्रकार से हो सकता है:
आम तौर पर कोलोनोस्कोपी टेस्ट एक सुरक्षित जांच प्रक्रिया है जिसके जोखिम और जटिलताएँ कम हैं। लेकिन दुर्लभ और संभव जटिलताएँ हैं:
कोलोनोस्कोपी टेस्ट के मूल्य अलग अलग अस्पताल में भिन्न हो सकता है। कीमत के अलग अलग होने के कारण निम्न सूची में दिए गए है:
यहा कोलोनोस्कोपी की निम्न और उच्च कीमत दी गई है। आपको इस जांच की कीमत इसी श्रेणी के भीतर लग सकती है।
टेस्ट | कीमत |
कोलोनोस्कोपी | ₹ ४००० - ₹ १०,००० |
कोलोनोस्कोपी एक प्रक्रिया है, जिसके उद्देश्य और फायदे अनेक है। इससे एक ही समय में रोग निदान, परीक्षण और इलाज तीनों हो सकता है। खासकर अगर कर्क रोग होने की आशंका है।
स्वास्थ्य देखभाल के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करना ज़रूरी है। HexaHealth स्वास्थ्य सेवा नवाचार में सबसे आगे खड़ा है, और स्वस्थ जीवन की आशा प्रदान करता है।बिमारियों का रोकथाम, शीघ्र हस्तक्षेप और बेहतर रोगी अनुभवो यह इस संस्था का मुख्य उद्देश्य है।
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कोलोनोस्कोपी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे आपके चिकित्सक आपके संपूर्ण बड़ी आंत के अंदर की जांच करते है। इस प्रक्रिया कोलोनोस्कोप नामक एक लंबी, लचीली ट्यूब का उपयोग किया जाता है। कोलोनोस्कोप के एक सिरे पर एक बत्ती और एक छोटा कैमरा होता है, जिसे गुदद्वार से अंदर डालकर बृहदान्त्र तक में ले जाया जाता है।
कोलोनोस्कोपी टेस्ट करने के कई कारण हो सकते है। जिसमे शामिल है:
निम्न स्थितियों में कोलोनोस्कोपी की जरूरत होती है:
निम्न लिखित लोग कोलोनोस्कोपीटेस्ट के लिए पात्र नहीं है:
कोलोनोस्कोपी टेस्ट की कीमत ₹ ४००० - ₹ १०,०००होती है। कीमत डायग्नोस्टिक सेंटर और उसके स्थान जैसे कारकों पर निर्भर करती है।
हाँ, आम तौर पर कोलोनोस्कोपी से एक दिन पहले एनीमा दिया जाता है। ये आंतों को स्वच्छ करने को प्रक्रिया है। ईससे चिकित्सक कोलोनोस्कोपी टेस्ट के दौरान बृहदान्त्र के अंदरुनी क्षेत्र को सही और स्पष्ट रूप से देख सकता है। स्पष्टता न होने पर फिर से कोलोनोस्कोपी करने की जरूरत पड़ सकती है। इसीलिए एनीमा आवश्यक है।
कोलोनोस्कोपी टेस्ट अक्सर अस्पताल के चिकित्सा कक्ष में की जाती है। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से होती है:
कोलोनोस्कोपी टेस्ट के लिए आंत को पूरी तरह से खाली और साफ करना आवश्यक होता है। इसीलिए तैयारियों में मुख्य रूप से आंतों को साफ करने के कदम शामिल होते है:
कोलोनोस्कोपी के दौरान ये लक्षण महसूस हो सकते है :
कोलोनोस्कोपी से पहले यह सावधानियां बरतनी चाहिए:
कोलोनोस्कोपी से तीन दिन पहले से ठोस आहार नहीं खाना चाहिए। इस जांच के लिए आपकी आंतों का स्वच्छ होना आवश्यक है। इसीलिए केवल द्रव पदार्थ जैसे फलों का रस, शोरबा, पानी, चाय और काफी यह पेय ले सकते है।
हां। कोलोनोस्कोपी टेस्ट के दौरान हाथ की में अंतःशिरा डाली जाती है, जिससे एनेस्थीसिया दिया जाता है। आप कोलोनोस्कोपी के दौरान कितना जागेंगे या पूरा सोएंगे ये आपको दिए गए एनेस्थीसिया के प्रकार पर निर्भर करता है।
एक अध्ययन के अनुसार कोलोनोस्कोपी संक्रमण के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है। संक्रमण अक्सर प्रक्रिया के एक महीने के बाद होता है। डायवर्टीकुलिटिस, पेरिटोनिटिस और एपेंडिसाइटिस यह अक्सर देखे जानेवाले संक्रमण है।
आपको आराम कैसे और कब तक करना है यह आपको दिए गए शामक दवा पर निर्भर करता है।
कोलोनोस्कोपी के नतीजे आप खुद से समझ नही पाएंगे। इसीलिए अपने एंडोस्कोपिस्ट या चिकित्सक से मिले। वह कोलोनोस्कोपी के रिपोर्ट्स को सटीक तरीके से समझ कर सही सलाह दे सकता है।
कोलोनोस्कोपी की जरूरत इन स्थितियों में होती हैं:
एनेस्थीसिया की वजह से कोलोनोस्कोपी में दर्द महसूस नहीं होता है। इसी तरह अगर कोलोनोस्कोपी से बायोप्सी या लेजर चिकित्सा के दौरान भी दर्द नही होता है। लेकिन, कोलोनोस्कोप जब आंतों में आगे बढ़ने के लिए गैस का इस्तेमाल करता है, उससे दबाव महसूस हो सकता है।
कोलोनोस्कोपी प्रक्रिया के लगभग २४ घंटे बाद एनेस्थीसिया का असर पूरी तरह से ख़त्म होता है, इसीलिए:
कोलोनोस्कोपी के जोखिमों शामिल हो सकता है:
कोलोनोस्कोपी टेस्ट के परिणाम दो हो सकते है:
बेहोशी की दवा की वजह से कोलोनोस्कोपी के दौरान आपको दर्द महसूस नहीं होता है। इसी तरह अगर जिवोती जांच के लिए ऊतक निकाला जाता है तभी वेदना नही होती है। साथ में लेजर चिकित्सा के दौरान भी पीड़ा नही महसूस होती है। हाँ , पर कोलोनोस्कोप जब बृहदान्त्र में आगे बढ़ता है तब हल्का दबाव या थोड़ा गैस का दर्द महसूस हो सकता है।
कोलोनोस्कोपी के दौरान बायोप्सी सिर्फ इन स्थितियों में ली जाती है:
कोलोनोस्कोपी के दौरान चिकित्सक मानक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए, विशेष तरीकों का उपयोग करते है। बायोप्सी या सर्जरी के दौरान भी चिकित्सक यह सुनिश्चित करते है, की कैंसर कोशिकाए न फैले।
फैलने से रोकने के लिए कई कदम भी उठाए जाते हैं। उदाहरण के लिए, यदि शरीर के एक से अधिक अंगों से ऊतक निकालना है, तो हर जगह के लिए अलग-अलग उपकरणों का प्रयोग करते हैं।हेक्साहेल्थ पर सभी लेख सत्यापित चिकित्सकीय रूप से मान्यता प्राप्त स्रोतों द्वारा समर्थित हैं जैसे; विशेषज्ञ समीक्षित शैक्षिक शोध पत्र, अनुसंधान संस्थान और चिकित्सा पत्रिकाएँ। हमारे चिकित्सा समीक्षक सटीकता और प्रासंगिकता को प्राथमिकता देने के लिए लेखों के संदर्भों की भी जाँच करते हैं। अधिक जानकारी के लिए हमारी विस्तृत संपादकीय नीति देखें।
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