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पलकों पर गांठ होने के लक्षण, कारण और इलाज - Chalazion in Hindi

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Dr. Aman Priya Khanna
Chalazion in Hindi

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Chalazion in Hindi
Medically Reviewed by Dr. Aman Priya Khanna Written by Pranjali Kesharwani

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हमारी आँखों की पलक में छोटी-छोटी ग्रंथियां (ऑइल -ग्लैंड्स) होती हैं जिनसे एक तरह के तैलीय पदार्थ का उत्पादन होता है। अगर इन्ही ग्रंथियों में से एक ग्रन्थि अवरुद्ध (ब्लॉक) हो जाती है, तो वह एक गांठ का रूप ले सकती है, जिसे चलाज़ियन [Chalazion in Hindi]  अथवा मीबोमियन ग्रंथि[ की पुटी (सिस्ट) कहा जाता है। मीबोमियन ग्रन्थि ही तैलीए पदार्थ उत्पन्न करती है, जो आंखों की सतह को नम रखने में मदद करता है। चलाज़ियन पलकों की गांठों में सबसे आम प्रकार की गाँठ है।

आईए इस लेख के माध्यम से देखते है की चालाज़ियन का क्या मतलब होता है [chalazion meaning in hindi], आँख के ऊपर दाना [aankh ke upar dana] या गाँठ [gath kya hota hai] क्या होता है।  इसके लक्षण क्या है, किस वजह से होता है, रोकथाम करने के तरीके, निदान, दवाइया, उपचार (ankh me bilni ki dawa), और चलाज़ियन [Chalazion in Hindi]  से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के बारे मे जानने के लिए आगे पढ़ें।

चलाज़ियन क्या होता है? Chalazion meaning in hindi

चलाज़ियन [chalazion in hindi] पलक के ऊपर विकसित होने वाली एक छोटी, लाल, सूजी हुई, धीमी गति से बढ़ने वाली गांठ या पुटी है। 

आइए जाने चलाज़ियन [chalazion in hindi] की कुछ विशेषताए जैसे कि आमतौर पर आँख के ऊपर दाना कहाँ होता है, याद रखिए कि चलाज़ियन [chalazion in hindi] ज्यादातर ऊपर वाली पलक के भीतर छोटे से नेत्रमें लाल सूजन के साथ शुरू होती है, पर यह नीचे वाली पलक पर भी हो सकती है। इसके सिवा एक साथ दोनों आँखों मे दो चलाज़ियन [chalazion in hindi] भी हो सकते हैं I

बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि यह गाँठ एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो सकती है या नहीं । इसका सरल सा जवाब है कि यह किसी प्रकार का संक्रमण (इन्फेक्शन) नहीं होता है। परंतु गांठ में बाद में संक्रमण (इन्फेक्शन]) हो सकता है। अब अक्सर लोग के मन यह शंका रहती है कि किस उम्र के लोगों को ज्यादातर आँख के ऊपर दाना या चलाज़ियन [chalazion in hindi] की तकलीफ होती है। आमतौर पर चलाज़ियन 30 से 50 वर्ष की आयु के वयस्क प्रभावित होते हैं, हालांकि, यह बच्चों में भी हो सकता है।

चलाज़ियन [chalazion in hindi  एक छोटी सी सूजन की तरह शुरू होता है, और कुछ दिनों मे धीरे- धीरे मटर के आकार के दाने का रूप ले सकती है और इसमे बिल्कुल दर्द नहीं होता है, यही वजह है की पता भी नहीं चलता और यह बढ़ती जाती है।

चलाज़ियन के लक्षण - Symptoms of chalazion in hindi

चलाज़ियन [chalazion in hindi] पलक के ऊपर धीरे-धीरे विकसित होने वाली बढ़ने वाली गांठ या पुटी है। गांठ (चलाज़ियन) के लक्षण निम्नलिखित प्रकार है:

प्राथमिक अवस्था में I

सबसे पहले पलक के अंदर एक छोटी सी जगह से शुरुआत होती है, वहाँ 

  1. थोड़ा लाल हो सकता है। 
  2. सूजा हुआ हो सकता है।
  3. पीड़ादायक या छूने पर दर्द हो सकता है। 

कुछ दिनों के बाद I

  1. दर्द आमतौर पर चला जाता है,और गांठ रह जाती है I
  2. ऐसा महसूस होना कि आपकी आंख में कुछ है।
  3. हलकी सी जलन या चुभन की वजह से आँखों में पानी आना।
  4. प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाना/अधिक उजाला आँखों को नहीं सुहाता।  
  5. पलकों के किनारे पर पपड़ी जैसा जमना। 
  6. धुंधली नज़र (ब्लर्ड विजन): जब चलाज़ियन [chalazion in hindi] बड़ा हो जाता है,  तब वह नेत्रगोलक के ऊपर दबाव डालता है जिसकी वजह से धुंधलापन आ सकता है।

चलाज़ियन [chalazion in hindi] के कारण और जोखिम कारक

हमारी ऊपरी और निचली पलकों में मेइबोमियन ग्रंथियां होती है, जो तैलिए पदार्थ बनाती हैं जो आंसुओं के साथ मिलकर आंखों को नम और सुरक्षित रखती हैं। यदि किसी वजह से यह तैलिए पदार्थ बहुत अधिक गाढ़ा हो जाता है या ग्रंथियों मे सूजन हो जाए तो ग्रंथियां अवरुद्ध हो जाती हैं, जिसकी वजह से चलाज़ियन [chalazion in hindi]हो सकता है।

चालाज़ियन [chalazion in hindi] किसी को भी हो सकता है, परंतु बच्चों की तुलना में वयस्कों में अधिक बार होता है। आँख के ऊपर दाना (चालाज़ियन) होने की संभावना निम्नलिखित कारणो से बढ़ सकती है। 

जो लोग किसी स्वास्थ्य समस्या से पीढ़ित हैं जिसकी वजह से त्वचा और आँख पर असर पड़ सकता है, जैसे 

  1. त्वचा की स्थिति जैसे 
    1. सेबरेरिक डार्माटाइटिस- एक ऐसी त्वचा की स्तिथि जिसमे लाल, सूखी, परतदार और खुजली वाली त्वचा हो जाती है। 
    2. ऐक्ने रोसैसा - एक त्वचा की स्थिति जो लालिमा और मुँहासे का कारण बनती है।
  2. आँखों की समस्या 
    1. लंबे समय से पलक की सूजन (ब्लेफेराइटिस)
    2. मीबोमियन ग्रन्थि की शिथिलता। 
  3. मधुमेह या अन्य स्वास्थ्य स्थिति। 
    1. अगर पहले भी एक चालाज़ियन रह चुका है, तो दुबारा होने का खतरा बना रहता है । 
    2. तपेदिक रोग (टीबी) या विषाणु (वायरस) संक्रमण भी चालाज़ियन होने का कारण बन सकता है।

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चालाज़ियन के लिए रोकथाम - Prevention of chalazion in hindi

चालाज़ियन की रोकथाम का सबसे सरल और उत्तम उपाय है - स्वच्छता का पालन करना। अच्छी स्वच्छता का पालन करते हुए पलकों को साफ रखकर चालाज़ियन होने की संभावना को कम कर सकते हैं, यह तब ज्यादा जरूरी है जब आपको चालाज़ियन होने का खतरा बाकी लोगों से ज्यादा है। 

आइए अब देखते है की किस तरह से अच्छी स्वच्छता का पालन किया जा सकता है:

 हाथ धोना: यह स्वच्छता का सबसे पहला नियम है:
  1. हाथों को अच्छी तरह और बार-बार धोएं। 
  2. अपनी आंखों को छूने से पहले, अपने हाथ धोना सुनिश्चित करें।
  3. मेक-उप करने से पहले हाथ साफ होने चाइए। 
कॉन्टैक्ट लेंस की देखभाल पर खास ध्यान दे: 
  1. कॉन्टैक्ट लेंस निकालने से पहले अपने हाथ धो लें। 
  2. कीटाणुनाशक और लेंस सफाई समाधान के साथ अपने संपर्कों को अच्छी तरह से साफ करना सुनिश्चित करें। 
  3. अपने लेंस को एक समय की अवधि के बाद बदल ले।
अपना चेहरा भी साफ रखें 
  1. सोने के लिए बिस्तर पर जाने से पहले दिन भर की गंदगी और मेकअप को हटाने के लिए रोजाना अपना चेहरा हल्के फैस-वॉश से धोएं। 
  2. अगर आपके स्किन-केयर चिकित्सक ने कोई विशेष प्रकार का स्क्रब या बेबी शैम्पू इस्तेमाल करने की सलाह दी है, तो नियमित रूप से उसका पालन करें, खासकर तब जब कोई तवचा संबंधी या आँख संबंधी स्तिथि है।
मेकअप स्वच्छता का पालन करें:  
  1. तीन महीने से पुराने या एक्सपायर हो चुके मेकअप को फेंक दें/उसका इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। मस्कारा और आई शैडो को हर दो से तीन महीने में जरूर बदलें। 
  2. इसके अलावा यह ध्यान रहें कि कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति के मेकअप या तोलिए/कपड़े को साझा या इस्तेमाल न करें। 

आँखों की सुरक्षा करें 

  1. धूप में बाहर जाने से पहले, धूप का चश्मा पहनकर आंखों को धूल और वायु प्रदूषण से बचाएं। 
  2. अपनी आँखों को जोर से रगड़ने  और बार-बार हाथों से छूने से बचे। 

अगर किसी को बार-बार चालाज़ियन होता है, या होने का खतरा है, तो हमेशा डॉक्टर के संपर्क मे रहना चाहिए और उसके द्वारा दी गई सलाह का दृढ़ता से पालन करना चाइए। 

चालाज़ियन का निदान - डायाग्नोसिस of chalazion in hindi]

आँख की किसी भी समस्या के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ या ऑप्टोमेट्रिस्ट जैसे नेत्र विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए, खासकर तब जब एक से अधिक बार चालाज़ियन हो जाता है। चालाज़ियन [chalazion in hindi] के लिए कोई विशेष परीक्षण नहीं हैं। 

  1. डॉक्टर मरीज़ के लक्षणों, पिछली आँखों की समस्याओं और स्वास्थ्य इतिहास के बारे में पूछने से शुरुआत करते हैं। 
  2. आंख की जांच: डॉक्टर मरीज़ के आंख, पलक, पलकों और आँखों के आसपास की त्वचा के टेक्स्चर की जांच करेंगे। 
  3. पूरी पलक की परीक्षण: नेत्र विशेषज्ञ तेज रोशनी की सहायता से संवेदनशीलता का टेस्ट करते है और पलकों के बेस और तेल ग्रंथियों के मुंह की जांच करने के लिए आवर्धन (मेगनीफिकेशन) का उपयोग करते हैं। 

ये सब जांच और मरीज़ की सम्पूर्ण हिस्ट्री से ब्लेफेराइटिस और मेइबोमियन ग्लैंड डिसफंक्शन जैसी स्थितियों का इलाज करने में मदद मिलती है और चालाज़िया को वापस आने से रोका जा सकता है।

डॉक्टर के परामर्श की तैयारी कैसे करें?

आँख के ऊपर दाना हो जाता है, और डॉक्टर से परामर्श लेते वक़्त क्या करना चाइए। 

  1. एक मरीज़ को अपनी सारी तकलीफ डॉक्टर से खुल कर बताना चाहिए, जेसे कि यह तकलीफ कब से है, और इसकी वजह से अब क्या तकलीफ ज्यादा बढ़ गई है। 
  2. डॉक्टर से क्या उम्मीद करें?
    1. डॉक्टर पूर्ण स्वास्थ्य इतिहास के लिए पूछेंगे। वे आंख, पलक और बरौनी की बनावट की जांच करने के लिए बाहरी नेत्र परीक्षा करेंगे।
    2. वे एक पूरी तरह से पलक परीक्षा करेंगे, जहां वे एक उज्ज्वल प्रकाश डालेंगे और पलकों के आधार को देखने के लिए आवर्धन का उपयोग करेंगे।
  3. डॉक्टर से क्या सवाल पूछना चाहिए?
    1. क्या चालाज़ियन को रोका जा सकता है?
    2. मुझे कब तक चालानियन की स्थिति होगी?
    3. आप चालाज़ियन का इलाज कैसे करते हैं?
    4. चालाज़ियन के लक्षण क्या हैं?
    5. क्या कारण है, जिसकी वजह से चालाज़िया हो सकते है?

चलाज़ियन का उपचार -Treatment of chalazion in hindi

चलाज़ियन [chalazion in hindi] अक्सर बिना उपचार के कुछ दिनों या हफ्तों में चले जाते हैं। लेकिन यह परेशानी का कारण बने रहते है, इसलिए नेत्र रोग विशेषज्ञ इसे जल्दी से खत्म करने और अछि देखबाल के लिए कुछ सलाह देते है। 

घर पर देखबाल [होम केयर/घरेलू उपचार] [chalazion home treatment in hindi]

  1. गरम सेक [वार्म कम्प्रेस]  
    1. दिन में चार बार गर्म सेक का इस्तेमाल करें। 
    2. एक साफ कपड़े को गर्म पानी में भिगोएँ और इसे एक बार में 10 से 15 मिनट के लिए अपनी पलकों पर रखें। कपड़े को बार-बार गर्म पानी में भिगोकर गर्म रखें। 
    3. यह गर्म सेंक बंद तेल ग्रंथि को खोलने, जमा हुआ तेल बाहर निकालने और सूजन को कम करने में मदद करता है, सुनिश्चित करें कि आप नेत्र को छूने से पहले अपने हाथ धो लें।
  2. पलक की हल्की मालिश 
    1. डॉक्टर मरीज़ को दिन में कई बार गांठ की धीरे से मालिश करने के लिए कह सकता है।
    2. प्रत्येक दिन कई मिनटों तक धीरे-धीरे पलकों की मालिश करने से तेल नलिकाओं को अधिक प्रभावी ढंग से निकालने में मदद मिल सकती है। इस तकनीक को गरम सेक के बाद करें तो परिणाम बहुत अच्छे आ सकते हैं।  

दवाएं

  1. यदि अन्य उपचार काम नहीं करते हैं, तो डॉक्टर समस्या को दूर करने में मदद करने के लिए दवाएं लिख सकता है या सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉयड इंजेक्शन दे सकता है। 
  2. गंभीर मामलों में, उन्हें नेत्र को सुन्न करके, एक छोटे चीरे के माध्यम से चलाज़ियन के अंदर से तरल पदार्थ निकालने की आवश्यकता हो सकती है। उपचार का दृष्टिकोण और प्रक्रियाओं का चयन रोगी की स्वास्थ्य स्थिति और आपके इलाज करने वाले डॉक्टर की राय पर निर्भर करता है।

चलाज़ियन की संभावित जटिलताये [complications of chalazion in hindi]

चलाज़ियन [chalazion in hindi] होने की वजह से बाद में जटिलता का सामना कर पड़ सकता है, हो सकता है कि:

  1. मरीज़ कुछ पलके गिर/झड़ सकती हैं। 
  2. ठीक होते-होते ऐसा संभव है कि चलाज़ियन [chalazion in hindi] पलक के किनारे पर एक छोटे से निशान के साथ समाप्त हो सकते हैं। वैसे शायद ही कभी, चलाज़ियन [chalazion in hindi] पलक की त्वचा पर एक छोटा सा निशान छोड़ता है।  
  3. इसके लिए बेहद जरूरी है कि वक़्त रहते डॉक्टर से मिलकर उनकी राय ले ली जाए। 

डॉक्टर को कब दिखाना चाइए?

घरेलू उपचार से काफी हद तक आराम मिल जाता है परंतु कुछ स्तिथियों मे एक नेत्र चिकित्सक को देखने पर विचार करें 

  1. यदि एक चालाज़ियन 1 महीने के भीतर नहीं ठीक हो जाता है। 
  2. यदि जीवाणु संक्रमण के लक्षण हैं, जैसे कि दर्द या चुभन, तो तुरंत ही नेत्र चिकित्सक से बात करें। वे एक एंटीबायोटिक मरहम या ओरल एंटीबायोटिक दवाओं के एक कोर्स की सलाह दे सकते हैं।
  3. यदि निम्न लक्षणों में से कोई भी हो, तो तत्काल सहायता प्राप्त करें:
    1. गंभीर असहनिए दर्द 
    2. तेजी से बढ़ती हुई सूजन या पलक पर गाँठ बड़ी होती जा रही है।
  4. दृष्टि में परिवर्तन/ धुंधलापन बढ़ना।
    1. आपकी पलके गिरना/झड़ना

उचित घरेलू प्रबंधन का उपयोग करने के बाद, आमतौर पर एक सप्ताह के भीतर चैलाज़ियन ठीक हो जाता है। यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो चालानियन को ठीक करने में चार से छह सप्ताह लग सकते हैं।

आहार

चलाज़ियन [chalazion in hindi] के उपचार में आहार का बहुत महत्व नहीं है , लेकिन किसी भी बीमारी में एक नियमित पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए । एक स्वस्थ आहार और अच्छी आंखों की स्वच्छता बनाए रखने से उपचार को बढ़ावा देने और अतिरिक्त चालाज़िया विकसित करने के एक मरीज़ जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। यहाँ कुछ आहार युक्तियाँ दी गई हैं जो सहायक हो सकती हैं:

  1. एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ शामिल करें: एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिजों से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से शरीर में सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है, जो उपचार को बढ़ावा दे सकता है। विरोधी भड़काऊ खाद्य पदार्थों के कुछ उदाहरणों में पत्तेदार साग, जामुन, नट, वसायुक्त मछली और साबुत अनाज शामिल हैं।
  2. खूब पानी पिएं: हाइड्रेटेड रहने से हीलिंग को बढ़ावा देने और सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है। प्रतिदिन कम से कम 8 गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें।
  3. प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचें: प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ अक्सर अस्वास्थ्यकर वसा और चीनी में उच्च होते हैं, जिससे शरीर में सूजन हो सकती है। सूजन चेलाज़िया को खराब कर सकती है और उपचार में देरी कर सकती है।
  4. उन खाद्य पदार्थों से बचें जो आंखों में जलन पैदा कर सकते हैं: कुछ लोगों को लग सकता है कि कुछ खाद्य पदार्थ, जैसे कि मसालेदार भोजन या कैफीन, आंखों की जलन को बढ़ा सकते हैं। यदि आप देखते हैं कि कुछ खाद्य पदार्थ आपके शलजम को बदतर बनाते हैं, तो उनसे बचने का प्रयास करें।

निष्कर्ष

अंत में, चलाज़ियन एक सामान्य स्थिति है जो पलक पर एक दर्द रहित गांठ की विशेषता है जो एक तेल ग्रंथि की रुकावट के कारण होती है। जबकि चेलाज़िया आम तौर पर हानिरहित होते हैं, वे असहज और भद्दे हो सकते हैं। आँखों की अच्छी स्वच्छता बनाए रखना, जैसे कि नियमित रूप से अपनी पलकों की सफाई करना और जलन से बचना, चालाज़िया के विकास के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। एक स्वस्थ आहार का सेवन करना जो सूजन-रोधी खाद्य पदार्थों से भरपूर हो, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से परहेज करना और हाइड्रेटेड रहना भी फायदेमंद हो सकता है।

यदि आपको शलजम या आंखों से संबंधित किसी स्थिति के बारे में चिंता है, तो उपचार के सर्वोत्तम तरीके का निर्धारण करने के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से बात करना महत्वपूर्ण है। उचित देखभाल और ध्यान देने से, अधिकांश चेलाज़िया कुछ ही हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाते हैं। हेक्साहेल्थ की विशेषज्ञ टीम आपकी सभी समस्याओं को हल करने में आपकी मदद करेगी। आपको बस इतना करना है कि हमारी पर्सनल केयर टीम को कॉल करें, और अपने मन में जो प्रश्न हैं उन्हें पूछें। चलाज़ियन से संबंधित अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी वेबसाइट HexaHeatlh पर भी जा सकते हैं।

अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल

आंख की पलक में गांठ [chalazion in Hindi] से संबंधित कुछ मिथक हैं। 

  1. मिथक: चलाज़ियन एक प्रकार का संक्रमण है।
    सच्चाई: नहीं, यह किसी प्रकार का संक्रमण [इन्फेक्शन] नहीं होता है। परंतु गांठ में बाद में संक्रमण [इन्फेक्शन] हो सकता है।
  2. मिथक: क्या यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है?
    सच्चाई: नहीं, यह किसी प्रकार का संक्रमण [इन्फेक्शन] नहीं होता है, यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। 
  3. मिथक: चलाज़ियन और स्टाई समान हैं।
    सच्चाई: स्टाई एक संक्रमण है और चलजीऑन संक्रमण नहीं है।
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चलाज़ियन पलक के ऊपर विकसित होने वाली एक छोटी, सूजी हुई, धीमी गति से बढ़ने वाली एक गांठ होती है, जिसमे अक्सर दर्द नहीं होता है, इसलिए लोगों का इस पर  ध्यान नहीं जाता कि यह बढ़ रही है। 

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हमारी आँखों की पलक में छोटी-छोटी ग्रंथियां [ऑइल -ग्लैंड्स] होती हैं जिनसे एक तरह के तैलीय पदार्थ का उत्पादन होता है। अगर इनमे से कोई एक अवरुद्ध हो जाए या सूजन हो जाए तो यह आँख की पलक में गांठ बनने का मुख्य कारण होती है।

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चलाज़ियन अक्सर अपने-आप [कुछ महीने तक] ठीक हो जाते हैं। पर ज़्यादातर मामलों में, आप घर पर ही चलाज़ियन [chalazion in hindi]] का इलाज कर सकते हैं। अधिकांश चेलाज़िया एक महीने या उससे भी कम समय में चले जाते है।  

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चलाज़ियन अक्सर अपने-आप [कुछ हफ्तों से एक महीने तक] ठीक हो जाते हैं।  यदि घरेलू  उपचार [गरम सेंक/ हल्की मालिश] काम नहीं करते हैं, तो आपका डॉक्टर समस्या को दूर करने में मदद करने के लिए दवाएं लिख सकता है या आपको सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉयड इंजेक्शन दे सकता है। गंभीर मामलों में, उन्हें नेत्र को सुन्न करके, एक छोटे चीरे के माध्यम से चलाज़ियन के अंदर से तरल पदार्थ निकालने की आवश्यकता हो सकती है। 

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आँख की गाँठ को ठीक करने के उपाय इस प्रकार है:

  1. घरेलू उपचार जैसे गरम सेंक और पलक की हल्की मालिश से काफी हद तक आराम मिल जाता है।
  2. अगर इनसे आराम नहीं मिलता  तो आपका डॉक्टर समस्या को दूर करने में मदद करने के लिए दवाएं लिख सकता है या आपको सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉयड इंजेक्शन दे सकता है। 
  3. जब मामला गंभीर हो जाता है तो आपका डॉक्टर पलक के नेत्र को सुन्न करके, एक छोटे चीरे के माध्यम से चलाज़ियन [chalazion in hindi ] के अंदर से तरल पदार्थ निकालने की सलाह देता है। 
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सबसे पहले घरेलू उपचार [गरम सेंक/ हल्की मालिश] का इस्तेमाल किया जाता है, फिर अगर संकरण का खतरा है तो  डॉक्टर समस्या को दूर करने में मदद करने के लिए ऐन्टी-बाइआटिक दवाएं लिख सकता है या आपको सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉयड इंजेक्शन दे सकता है। कभी कभी चीरा लगाकर चलाज़ियन के अंदर से तरल पदार्थ निकाल के ठीक किया जाता है। 

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चलाज़ियन अक्सर अपने-आप ठीक हो जाते हैं। घरेलू उपचार से चलाज़ियन [chalazion in hindi]] का आसानी से इलाज कर सकते हैं। सही समय पर इलाज करने से अधिकांश चेलाज़िया एक महीने या उससे भी कम समय में चले जाते है। 

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नहीं, यह अक्सर कैंसर नहीं होता है, पर बहुत ही दुर्लभ स्तिथि में कैंसर की गाँठ हो सकती है, जैसे, जब बार-बार चलाज़ियन होता है, और वो भी वृद्ध अवस्था में। 

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पलक के ऊपर सूजन से शुरुआत और धीरे से गाँठ मे परिवर्तन होना, दर्द आमतौर पर चला जाता है, और गांठ रह जाती है, हर वक्त ऐसा महसूस होना कि आपकी आंख में कुछ है, हलकी सी जलन या चुभन की वजह से आँखों में पानी आना,  धुंधली नज़र जैसी समस्या हो सकती है।  

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गरम सेक [वार्म कम्प्रेस], हल्की मालिश, और स्वच्छता का पूर्ण रूप से पालन करना, मेकप स्वच्छता  [हाइजीन] का पालन करना आंखों की बिलनी के लिये कुछ घरेलू उपचार हैं। 

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यदि घरेलू  उपचार जिसमे गरम सेंक और हल्की मालिश शामिल है, काफी असरदार होता है। अगर इससे फायदा ना मिले तो डॉक्टर समस्या को दूर करने में मदद करने के लिए स्टेरॉयड इंजेक्शन दे सकता है। कुछ गंभीर मामलों में, चीरे के माध्यम से चलाज़ियन के अंदर से तरल पदार्थ निकालने की आवश्यकता हो सकती है।
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गरम सेक [वार्म कम्प्रेस], हल्की मालिश, और स्वच्छता का पूर्ण रूप से पालन करना आंखों की बिलनी के लिये कुछ फायदेमंद घरेलू उपचार हैं। 

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चलाज़ियन के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद उपचार घर पर ही किया जा सकता है। घरेलू  उपचार में कई बार गरम सेंक और पलक की हल्की मालिश शामिल है। इससे अधिकतर चलाज़ियन [chalazion in hindi] कुछ हफ्तों में ठीक हो जाते हैं 

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Last Updated on: 13 March 2023

Disclaimer: यहाँ दी गई जानकारी केवल शैक्षणिक और सीखने के उद्देश्य से है। यह हर चिकित्सा स्थिति को कवर नहीं करती है और आपकी व्यक्तिगत स्थिति का विकल्प नहीं हो सकती है। यह जानकारी चिकित्सा सलाह नहीं है, किसी भी स्थिति का निदान करने के लिए नहीं है, और इसे किसी प्रमाणित चिकित्सा या स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से बात करने का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए।

समीक्षक

Dr. Aman Priya Khanna

Dr. Aman Priya Khanna

MBBS, DNB General Surgery, Fellowship in Minimal Access Surgery, FIAGES

12 Years Experience

Dr Aman Priya Khanna is a well-known General Surgeon, Proctologist and Bariatric Surgeon currently associated with HealthFort Clinic, Health First Multispecialty Clinic in Delhi. He has 12 years of experience in General Surgery and worke...View More

लेखक

Pranjali Kesharwani

Pranjali Kesharwani

Bachelor of Pharmacy (Banaras Hindu University, Varanasi)

2 Years Experience

She is a B Pharma graduate from Banaras Hindu University, equipped with a profound understanding of how medicines works within the human body. She has delved into ancient sciences such as Ayurveda and gained valuab...View More

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