हेयर ट्रांसप्लांट क्या है और कैसे होता है? - Hair Transplant in Hindi

Treatment Duration
4 Hours
------ To ------7 Hours
Treatment Cost
Rs 34000
------ To ------Rs 264000

हेयर ट्रांसप्लांट सुरक्षित सर्जरियों में से एक माना जाता है और भारत में काफी उचित कीमत पर उपलब्ध है। यह महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए ही असरदार सर्जरी है।
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हेयर ट्रांसप्लांट क्या है?
शरीर विज्ञान और शरीर रचना विज्ञान
- हेयर शाफ्ट: बालों का यह भाग त्वचा के बाहर होता है जो क्यूटिकल कोशिकाओं से बना होता है।
- हेयर फॉलिकल्स: यह बालों की प्राथमिक संरचना है जो बालों को उगने में मदद करती है। हेयर फॉलिकल्स एपिडर्मिस की सतह से शुरू होकर डर्मिस तक होते हैं।
- फॉलिकुलर यूनिट: यह लगभग २ से ४ हेयर फॉलिकल्स का समूह होता है जिसमें नर्व, रक्त वाहिकाएं और एक छोटी मांसपेशी भी होती है।
- हेयर ग्राफ्ट: हेयर ग्राफ्ट स्कैल्प त्वचा के बिल्कुल छोटे हिस्से होते हैं जिनमें लगभग १ से ४ हेयर फॉलिकल्स होते हैं।
हेयर ट्रांसप्लांट के द्वारा इन रोगों का इलाज संभव है
डॉक्टर आमतौर पर उन रोगियों को हेयर ट्रांसप्लांट की सलाह देते हैं जिनके बाल झड़ते हैं I हेयर ट्रांसप्लां निम्नलिखित रोगों का इलाज संभव करता हैI
- पैटर्न बाल्डनेस
- बालों का पतला होना
हेयर ट्रांसप्लांट के लिए उपयुक्त उम्मीदवार कौन है ?
- ऐसे पुरुष जिनके बाल मेल पैटर्न बाल्डनेस के कारण लगातार ५ वर्षों से झड़ रहे हैं।
- ऐसे लोग जिनकी उम्र कम से कम २५ वर्ष है। कम उम्र में बाल झड़ने का पैटर्न समझना मुश्किल हो जाता है इसलिए हेयर ट्रांसप्लांट की सफलता की संभावना भी कम रहती है।
- ऐसी महिलाएं जिनके बाल फीमेल पैटर्न बाल्डनेस के कारण काफी झड़ चुके हैं।
- डोनर ग्राफ्ट के लिए स्वस्थ बाल बचें हैं या नहीं। अगर बचे हैं तो डोनर ग्राफ्ट की कितनी संख्या है।
- बालों के प्रकार ( मोटे या घुंघराले )
- जिन लोगों के बाल आग से जलने के कारण या स्कैल्प में चोट के कारण कुछ मात्रा में नष्ट हो गए हैं।
- हेयर ट्रांसप्लांट के लिए अनुपयुक्त उम्मीदवार
- गर्भवती महिलाएं
- अस्वस्थ स्कैल्प
- डायबिटीज के रोगी
- हेपेटाइटिस और एचआईवी के रोगी
- हृदय रोगी
- मानसिक रोगी
- डोनर ग्राफ्ट की कमी वाले उम्मीदवार
- किडनी , लिवर या कोई क्रोनिक बीमारी से पीड़ित व्यक्ति
- २५ वर्ष से कम उम्र के महिला और पुरुष
हेयर ट्रांसप्लांट कैसे किया जाता है ?
फोलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन ( एफयूटी ) की प्रक्रिया :
- सबसे पहले एनेस्थीसिया देकर मरीज को सहजता से लेटाया जाता है।
- इसके बाद सर्जन डोनर क्षेत्र पर स्कॉलपेल की मदद से कुछ इंचों तक चीरा लगाते हैं और डोनर क्षेत्र की त्वचा को निकाल लेते हैं।
- फिर खोपड़ी के पिछले हिस्से को सिल दिया जाता है।
- निकाले गए स्कैल्प त्वचा को सर्जन और उनकी टीम कई भागों में बांटते हैं और हर भाग में लगभग १ से ४ बाल होते हैं। प्रत्येक भाग को चिकित्सीय भाषा में ग्राफ्ट भी कहा जाता है।
- अब ग्राफ्ट को गंजेपन वाली जगह पर चीरा लगाकर प्लांट कर दिया जाता है।
- हेयर ट्रांसप्लांट के बाद धूप, इन्फेक्शन, प्रदूषण से बचने और घावों को भरने के लिए बैंडेज लगा दिया जाता है।
फोलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन ( एफयूई ) की प्रक्रिया :
- इस प्रक्रिया में स्कैल्प में चीरा लगाकर सीधे रोमकूप ( जिस छेद से बाल उगे होते हैं) को ही निकाल लिया जाता है। हर रोमकूप में एक बाल होते हैं।
- अब खोपड़ी के जिस हिस्से में ट्रांसप्लांट होना है वहां ब्लेड या सुई की मदद से छोटे - छोटे छेद किए जाते हैं।
- इसके बाद निकाले गए बालों को एक - एक करके छेद में प्लांट किया जाता है।
- बालों को प्लांट करने के बाद सुरक्षा के लिए सिर में बैंडेज लगा दिया जाता है।
- हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया करने में ४ घंटे या इससे अधिक समय लग सकता है।
हेयर ट्रांसप्लांट के पहले और हेयर ट्रांसप्लांट के दिन
हेयर ट्रांसप्लांट के पहले
- सर्जन हेयर ट्रांसप्लांट के १ या २ दिन पहले शराब का सेवन करने से मना करते हैं। क्योंकि हेयर ट्रांसप्लांट में एनेस्थीसिया का प्रयोग होता है, इसलिए शराब और एनेस्थीसिया के रसायनों में रिएक्शन होने की संभावना हो सकती है।
- इसके अलावा सर्जन स्मोकिंग न करने की सलाह देते हैं। स्मोकिंग से स्कैल्प की नसों में खून का बहाव कम होता है और नसें पतली भी हो जाती हैं जो हेयर ट्रांसप्लांट की सफलता में बांधा डाल सकता है।
हेयर ट्रांसप्लांट के दिन
हेयर ट्रांसप्लांट के दिन सर्जन, मरीज से ये अपेक्षा रखते हैं :
- सर्जरी के दिन मरीज को सहज कपड़े पहनकर और हल्का नाश्ता करके हॉस्पिटल जाना चाहिए।
- हेयर ट्रांसप्लांट के दिन भरपूर नींद और अपने शरीर विशेषकर कर सिर की सफाई का ध्यान रखना चाहिए।
- हेयर ट्रांसप्लांट के दिन मरीज को च्विंगम नही खाना चाहिए। बातचीत जितना हो सके कम करना चाहिए।
- बाल को बढ़ाने वाली दवा नही लेनी चाहिए।
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद और रिकवरी
अस्पताल के भीतर ठीक होने की प्रक्रिया
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद कई चरणों में रिकवरी होती रहती है। आमतौर पर हेयर ट्रांसप्लांट के २ से ५ दिन बाद मरीज अपने बिना मेहनत वाले दैनिक कार्य कर सकता है। हालांकि पूरी तरह से बालों को आने और घना होने में १ साल तक का समय लग सकता है। रिकवरी के मुख्य चरण निम्नलिखित हैं:
- हेयर ट्रांसप्लांट के बाद मरीज उसी दिन अपने घर आ जाता है और अगले दिन स्कैल्प में लगी पट्टी सर्जन से पूछकर खुद ही सावधानीपूर्वक उतार सकता है।
- दूसरे दिन मरीज बालों को धो सकता है।
- हेयर ट्रांसप्लांट के तीन से पांच दिन के बाद मरीज सामान्य और कम मेहनत वाले काम कर सकता है।
- लगभग दस दिनों के बाद जो भी टांके लगे होते हैं वो ठीक हो जाते हैं और टांकों की सिलाई को सर्जन द्वारा निकाला जाता है।
- लगभग ३ हफ्तों के बाद मरीज वापस एक्सरसाइज या खेलकूद कर सकता है।
- लगभग २ से ३ हफ्तों के दौरान सिर पर मौजूद लगभग सभी बाल गिर जाते हैं और नए बाल आना शुरू होते हैं। ८ से १० महीनों में बाल पूरे स्कैल्प में दिखने लगते हैं और १२ से १८ महीनों में बाल प्राकृतिक रूप से घने हो जाते हैं।
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद ठीक होने की प्रक्रिया /उम्मीद
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:
- हेयर ट्रांसप्लांट के बाद डॉक्टर कुछ सलाह और दवाईयां देते हैं। दवाइयों में दर्द निवारक, बाल बढ़ाने वाली दवाईयां डॉक्टर द्वारा दी जा सकती हैं। इन्फेक्शन से बचने के लिए एंटीबायोटिक्स और सूजनरोधी दवाईयां होती हैं। इन दवाइयों को सर्जन द्वारा बताए गए समय पर लेना चाहिए।
- हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी के १ से २ हफ्ते तक शराब और स्मोकिंग नही करना चाहिए।
- इसके अलावा कुछ सावधानियां जैसे बालों के लिए डॉक्टर द्वारा बताई गई शैंपू को नहाते समय लगाना, सिर में धूप लगने से बचाना, ज्यादा कसरत या व्यायाम से बचना और स्विमिंग करने से बचना चाहिए।
- आमतौर पर हेयर ट्रांसप्लांट के साइड इफेक्ट्स गंभीर नहीं होते हैं लेकिन अगर सिर में तेज दर्द होता है या कुछ अजीब लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पहला फॉलो-अप अपॉइंटमेंट
- संपूर्ण उपचार के लिए रोगी को दो से तीन अलग-अलग सत्रों की आवश्यकता हो सकती है।
- डिस्चार्ज होने पर मरीज को नर्स द्वारा फॉलो-अप निर्देश दिए जाएंगे।
हेयर ट्रांसप्लांट के फायदे
- गंजेपन का परमानेंट इलाज: हेयर ट्रांसप्लांट से गंजेपन का हमेशा के लिए उपचार हो जाता है।
- आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी: नए बाल आने के कारण आत्मविश्वास और खुशी बढ़ जाती है।
- प्राकृतिक प्रक्रिया: हेयर ट्रांसप्लांट में किसी भी प्रकार के रसायन या दवाइयों का इस्तेमाल नहीं होता है।
- उचित लागत: हेयर ट्रांसप्लांट का खर्च भी बहुत अधिक नही है। इसमें आने वाले खर्च को मध्यम वर्ग के लोग भी वहन कर सकते हैं।
- न्यूनतम रखरखाव: हेयर ट्रांसप्लांट करवाने के बाद बाल प्राकृतिक होते हैं इसलिए बालों को अधिक देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती है।
हेयर ट्रांसप्लांट के फायदे
जोखिम
हेयर ट्रांसप्लांट के निम्नलिखित जोखिम हो सकते हैं:
- एनेस्थीसिया रिएक्शन: मरीज को एनेस्थीसिया के कारण एलर्जी हो सकती है जैसे चेहरे में सूजन, त्वचा पर लाल निशान पड़ने का जोखिम होता है।
- रक्तस्राव: स्कैल्प में से काफी खून निकल सकता है।
- ग्राफ्ट की असफलता: ट्रांसप्लांट किए गए कुछ ग्राफ्ट असफल हो सकते हैं।
- इन्फेक्शन: स्कैल्प में संक्रमण हो सकता है।
- घाव ( स्कारिंग ): डोनर क्षेत्र और रिसिपियंट क्षेत्र में लगे टांकों के कारण घाव बनने का खतरा रहता है।
जटिलताएं
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद गंभीर जटिलताएं बहुत कम देखी जाती हैं। सर्जरी के बाद कुछ सामान्य जटिलताएं दिख सकती हैं:
- सिस्ट: यह फुंसी जितने बड़े सूजन होते हैं जिनमे से मवाद भी निकलता है।
- दर्द: हेयर ट्रांसप्लांट के बाद स्कैल्प में सामान्य दर्द होता है।
- सूजन: सर्जरी के बाद सूजन होना एक सामान्य साइड इफेक्ट है। यह कुछ हफ्तों में खुद से ठीक भी हो जाता है।
- डोनर क्षेत्र में सुन्नता: हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी के दौरान दी जाने वाली एनेस्थीसिया के कारण सिर में सुन्नता ( नंबनेस ) का एहसास हो सकता है।
- स्कैल्प लैक्सिटी: हेयर ट्रांसप्लांट के बाद स्कैल्प तना हुआ महसूस हो सकता है।
- स्कैल्प एग्जिमा: स्कैल्प में इन्फेक्शन के कारण खुजली और सूजन के कारण फफोले पड़ सकते हैं।
डॉक्टर से सलाह लेने की जरुरत कब होती है?
मरीज अगर निम्नलिखित में से किसी भी तरीके से कोई असुविधा महसूस करता है तो डॉक्टर से सलाह ले सकता है:
- दर्द
- सूजन
- स्कैल्प लैक्सिटी
- स्कैल्प एग्जिमा
हेयर ट्रांसप्लांट में देरी होने से जुड़े खतरे
हेयर ट्रांसप्लांट में देरी से बढ़ेगा गंजापन और बालों का झड़ना I
हेयर ट्रांसप्लांट का खर्च
- शहर
- हॉस्पिटल
- सर्जन का अनुभव
- ग्राफ्ट की संख्या
- मरीज की त्वचा और शारीरिक स्वास्थ्य
- मरीज की उम्र
- हेयर ट्रांसप्लांट का प्रकार
- हॉस्पिटल के कमरे की गुणवत्ता
- गंजेपन का स्तर
- बालों की बनावट
कुछ मुख्य कारकों के कारण लगने वाला खर्च
कारक | खर्च का रेंज |
हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी | ₹३५,००० से ₹२,६५,००० |
प्रति ग्राफ्ट | ₹२५ से ₹८० |
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े मिथक और सच्चाई
- मिथक: हेयर ट्रांसप्लांट कराने में दर्द होता है।
सच्चाई : हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया में लोकल एनेस्थीसिया का प्रयोग होता है जिससे मरीज़ को दर्द का बिल्कुल एहसास नहीं होता है। - मिथक: हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद तुरंत बाल वापस आ जाते हैं।
सच्चाई: हेयर ट्रांसप्लांट के बाद सबसे पहले बचे हुए बाल झड़ते हैं फिर लगभग ३ महीने के बाद धीरे - धीरे बालों का उगना शुरू होता है। बालों को घना होने में प्रायः १२ से १८ महीने लगते हैं। यह प्राकृतिक बाल ही होते हैं जो हेयर ट्रांसप्लांट की मदद से दोबारा उगते हैं। - मिथक: हेयर ट्रांसप्लांट सिर्फ पुरुषों के लिए होता है।
सच्चाई: हेयर ट्रांसप्लांट पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए ही उपयुक्त है। बाल झड़ने का पैटर्न महिलाओं और पुरुषों में अलग - अलग हो सकता है लेकिन हेयर ट्रांसप्लांट दोनों के लिए ही सफल सर्जरी है। - मिथक: हेयर ट्रांसप्लांट सिर्फ अमीर व्यक्ति ही करा सकता है।
सच्चाई: हेयर ट्रांसप्लांट काफी सुविधाजनक कीमत पर उपलब्ध है। भारत में हेयर ट्रांसप्लांट कराने का खर्च न्यूनतम २५,००० रुपए और अधिकतम २,६५,००० रुपए होता है जो काफी उपयुक्त है।
हेयर ट्रांसप्लांट करवाने में कितना पैसा लगता है?
हेयर ट्रांसप्लांट बाल कितने वर्ष तक रहते हैं?
हेयर ट्रांसप्लांट से क्या नुकसान होता है?
हेयर ट्रांसप्लांट कैसे होता है?
मुझे हेयर ट्रांसप्लांट कब करवाना चाहिए?
भारत में कौन सा हेयर ट्रांसप्लांट सबसे अच्छा है?
क्या हेयर ट्रांसप्लांट गिर सकता है?
क्या हेयर ट्रांसप्लांट अच्छा है?
भारत में हेयर ट्रांसप्लांट कितना सुरक्षित है?
हेयर ट्रांसप्लांट की लागत क्या है?
हेयर ट्रांसप्लांट के फायदे और नुकसान?
हेयर ट्रांसप्लांट कितने वर्ष तक रहेगा?
हेयर ट्रांसप्लांट कराने के कितने दिन बाद बाल उगने शुरू होते हैं?
बालों के लिए सबसे अच्छा डॉक्टर कौन सा है?
क्या गंजापन का इलाज संभव है?
बाल उगाने के लिए क्या करना चाहिए?
Updated on : Tuesday, 1 November 2022
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HexaHealth Care Team
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