बवासीर की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?
पीएफ2-क्योर® - बवासीर के लिए सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक दवा
बवासीर जब हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है तो यह बहुत ही परेशान करने वाली स्थिति होती है। कई लोग इस लक्षण को नजरअंदाज़ करते हैं और बाद में बवासीर की स्थिति गंभीर हो जाती है। बीमारी बढ़ जाने के बाद इलाज में और ज़्यादा परेशानियां हो सकती हैं। बवासीर का इलाज कई तरीकों से होता है जैसे दवाइयां, घरेलू नुस्खें और सर्जरी के जरिए। आज हम एक आयुर्वेदिक दवा पीएफ2-क्योर® से बवासीर के इलाज के बारे में जानेंगे। पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए पूरा ब्लॉग पढ़ें।
बवासीर के बारे में:
- गुदा के कोमल भाग में रक्त वाहिकाओं के सूजने और गाँठ बन जाने को बवासीर या पाइल्स कहा जाता है, इसके कारण खुजली और मलाशय से खून बहना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बवासीर का इलाज कई तरीकों से किया जाता है। इन्हीं में से एक सर्जरी रहित तरीका है पीएफ2-क्योर® दवा का उपयोग करना जिससे बवासीर का आयुर्वेदिक इलाज हो सकता है और इसके कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं हैं।
- पीएफ2-क्योर® - बवासीर से राहत देने वाली दवा
- पीएफ2-क्योर® बवासीर के मूल कारण पर काम करती है। यह सभी चरणों और ग्रेड के बवासीर के स्थायी इलाज के लिए भारत में उपलब्ध सर्वोत्तम आयुर्वेदिक दवा है। इसकी मदद से बिना किसी सर्जरी की आवश्यकता के बवासीर का प्राकृतिक और सुरक्षित इलाज किया जा सकता है।
- यह एक सूजन कम करने वाला फार्मूला है जिसका उपयोग तीव्र दर्द को शांत करने, सूजन और रक्तस्राव को कम करने के लिए किया जाता है। यह आयुर्वेदिक दवा कोशिका झिल्ली में प्रवेश करके बवासीर से तत्काल राहत प्रदान करती है। यह विशेष रूप से एनो-रेक्टल क्षेत्र में सूजन पर सीधे काम करती है। यह दवा ग्रंथि स्तर पर मौजूद संक्रमण पर बहुत सटीक रूप से कार्य करती है और इसलिए गुदा क्षेत्र में घावों और बवासीर को ठीक करने के लिए बेहतरीन विकल्प है।
- यह आयुर्वेदिक दवा नीचे दी गई एनो-रेक्टल जटिलताओं पर तुरंत काम करती है:-
- शौच के समय खून आना।
- दर्द, खुजली, जलन और सुई चुभने की अनुभूति होना।
- गुदा के चारों ओर आंतरिक या बाहरी गांठ होना।
- गुदा के आसपास सूजन होना।
- बवासीर वाले हिस्से में सूजन और डिस्चार्ज होना।
पीएफ2-क्योर के फ़ायदे
- परिणामों के लिए ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ता, आमतौर पर 3-4 दिनों में कार्य करती है।
- बार-बार सर्जरी नहीं करानी पड़ती और सर्जरी की महंगी, जटिल प्रक्रिया से छुटकारा मिलता है।
- बार-बार थ्रेड एप्लीकेशन नहीं करना पड़ता, जोकि दर्दनाक प्रक्रिया है।
- लंबे समय तक एंटीबायोटिक, दर्द निवारक दवाएं और क्रीम की ज़रूरत नहीं पड़ती।
- आपको जांच कराकर नहीं करानी पड़ती।
- छुट्टी लेने की ज़रूरत नहीं, न ही बिस्तर पर आराम और अस्पताल में भर्ती होने की कोई आवश्यकता है।
- प्रोडक्ट सुरक्षित है और दुष्प्रभाव नहीं है।
आहार संबंधी परहेज़/सुझाव
- पीएफ2-क्योर® लेने के दौरान कुछ चीज़ों से बचने की सलाह दी जाती है, ताकि दवा ठीक से काम कर सके और आप सही और स्थायी परिणाम पा सकें।
- दवा लेने के बाद 1 घंटे तक कुछ भी न खाएं
- एक महीने तक बैंगन, आलू और करेले से परहेज़ करें
- एक महीने तक तली हुई चीजों और मसालेदार भोजन से परहेज़ करें
- जिन दिनों में आप दवा ले रहे हैं, उन दिनों में शराब न पिएं
- अंडा एवं किसी प्रकार का मांसाहारी भोजन न लें
- खूब पानी, छाछ और दही, सलाद, हरी सब्जियां (भोजन के विकल्प के रूप में नहीं) लें।
- ऐसा खाना खाएं जो आसानी से पचे।
- ज़्यादा देर तक एक ही जगह पर बैठने से बचें।
पीएफ2-क्योर® कैसे काम करती है
पीएफ2-क्योर® एनो -रेक्टल क्षेत्र में सूजन वाली नसों पर सटीक रूप से कार्य करती है, पाचन में सुधार करने में मदद करती है, आंत के मूवमेंट को नियमित करती है और जठरांत्र संबंधी मार्ग को शांत करती है। दवा का सेवन करते समय रोगी को अपनी स्थिति में जबरदस्त सुधार महसूस होता है, भले ही समस्या बहुत पुरानी हो या नई हो और सर्जरी के साथ या बिना सर्जरी के।
पीएफ2-क्योर की सुरक्षा प्रोफ़ाइल
पीएफ2-क्योर® में उच्च शक्ति के अर्क और जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है और इसमें कोई अतिरिक्त रसायन, हार्मोन, संरक्षक और स्टेरॉयड नहीं होते। किसी भी हैवी मेटल कंटैमिनेशन और माइक्रोबायोलोजिकल कंटैमिनेशन के लिए सरकार द्वारा अनुमोदित प्रयोगशालाओं में प्रत्येक बैच का सावधानीपूर्वक परीक्षण किया जाता है। गर्भावस्था और गर्भावस्था के बाद बवासीर और फिशर के मामलों के लिए भी दवा बिल्कुल सुरक्षित है। पीएफ2-क्योर® के कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं हैं, हालांकि रोगी को वैरिकाज़ नसों के सामान्य आकार में वापस आने और घावों के सूखने के कारण गुदा क्षेत्र में कुछ खुजली/खिंचाव/सूखने की अनुभूति हो सकती है। सभी आयु वर्ग के लोग पीएफ2-क्योर® को बिना किसी साइड इफेक्ट के ले सकते हैं।
पीएफ2-क्योर के मिश्रण में प्रमुख अवयव इस प्रकार हैं:-
1. कलौंजी
2. घृतकुमारी (एलोवेरा)
3. सौंफ
4. तुलसी
5. शतावरी
6. आंवला
7. दारुहरिद्रा
8. बहेड़ा
9. हरड़
10. अमलतास
11. दालचीनी
आपको पीएफ2-क्योर की सात डोज़ खरीदने के लिए ₹1,100.00 देने होंगे।
मुझे डॉक्टर की मदद कब लेनी चाहिए?
शुरुआती चरणों में बवासीर को दवाओं से ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर बीमारी बढ़ जाए और बवासीर के इलाज में दवाएं असर न कर रही हों, तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं। आपको डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए यदि:
- घर पर उपचार के 1 सप्ताह के बाद भी आपको बवासीर के लक्षण मौजूद हों
- आपके मलाशय से खून बह रहा हो
बवासीर के उपचार के परिणाम अलग-अलग हो सकते हैं और यह रोग की गंभीरता पर निर्भर करता है। इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद, आपको पीएफ2-क्योर® आयुर्वेदिक दवा, यह कैसे काम करता है, और इसके फायदे के बारे में पता चल गय होगा। यदि आपका कोई प्रश्न है, तो आप हेक्साहेल्थ पर हमारी व्यक्तिगत देखभाल सहायक टीम को कॉल कर सकते हैं। हम आपकी सभी शंकाओं का समाधान करेंगे। बवासीर से संबंधित अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी वेबसाइट www.hexahealth.com पर भी जा सकते हैं। अधिक जानकारी हमेशा अच्छी होती है।
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Updated on : 12 October 2023
समीक्षक
Dr. Aman Priya Khanna
MBBS, DNB General Surgery, Fellowship in Minimal Access Surgery, FIAGES
12 Years Experience
Dr Aman Priya Khanna is a well-known General Surgeon, Proctologist and Bariatric Surgeon currently associated with HealthFort Clinic, Health First Multispecialty Clinic in Delhi. He has 12 years of experience in General Surgery and worke...View More
लेखक
She has extensive experience in content and regulatory writing with reputed organisations like Sun Pharmaceuticals and Innodata. Skilled in SEO and passionate about creating informative and engaging medical conten...View More
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